अंक ज्योतिषी, अंग ज्योतिषी, राजनीतिक विश्लेषक-सलाहकार, नाटककार, शायर, अकादमिक, सम्प्रेरक वक्ता

मंगलवार, 22 अप्रैल 2014

लोकसभा चुनाव 2014 : भाग-15—भारतीय जनता पार्टी : सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन की ओर

जय श्री राम …………| आदरणीय मित्रो, प्रस्तुत है इस शृंखला का भाग-15| इस भाग में हम बात करते हैं भारतीय जनता पार्टी की|  यह बात हम ‘अखिल भारतीय सरस्वती ज्योतिष मंच’ की ओर से जालंधर (पंजाब) में 21-22-23 दिसंबर, 2012 को आयोजित ज्योतिष सम्मेलन के तीसरे और अंतिम दिन 23 दिसंबर; 27-28-29 दिसंबर, 2013 को आयोजित ज्योतिष सम्मेलन के तीसरे और अंतिम दिन 29 दिसंबर और धर्मशाला (हिमाचल प्रदेश) में 27-28 जुलाई, 2013 को आयोजित ज्योतिष सम्मेलन के दूसरे दिन २8 जुलाई तथा 'ऑल इंडिया ऐस्ट्रॉलजर्स फेडरेशन' की ओर से 22-23 फरवरी, 2014 को अहमदाबाद (गुजरात) में आयोजित '70 वें राष्ट्रीय ज्योतिष सम्मेलन' के पहले दिन 22 फरवरी को अपने व्याख्यान में प्रस्तुत कर चुके हैं| 
              स्थापना-दिनांक:-06-04-1980           मूलांक:-6           भाग्यांक:-1         आयु अंक:-8 (35 वाँ वर्ष)            नामांक:-2 (वृहदंक-47)

  
               भाजपा का मूलांक 6 व चलित दशा का अंक 6 देश की स्वाधीनता के मूलांक के साथ प्रतिरूप युति बनाता है| यह शुभ है| यह अंक 6 देश की स्वाधीनता के आयु अंक 4 के साथ विरोधी युति व देश के नामांक 3 के साथ प्रबल विरोधी युति बनाता है| अंक 4 व अंक 6 की युति पितृ अवस्था का सुख भंग करती है| अंक 3 व अंक 6 की युति सुखकारी निर्णय में बाधा डालती है| ये युतियाँ भाजपा के सत्ता-सुख में 'रंग में भांग' डाल सकती हैं| मतलब यह हुआ कि उसे पूर्ण बहुमत से दूर रख सकती हैं| उसे तो क्या, उसके नेतृत्व वाले एन डी ए को भी पूर्ण बहुमत से वंचित रख सकती हैं| साथ ही ये युतियाँ प्रधानमंत्री पद को लेकर बनी योजना में भी फेरबदल करवा दे तो अचम्भा नहीं होना चाहिए| भाजपा का भाग्यांक 1 इसके अपने मूलांक 6 और देश के मूलांक 6 के साथ विरोधी युति बनाता है| अंक 1 नेतृत्व व नेता और अंक 6 सुख का है| यह विपरीत युति भी नेता के रूप में सुख-भोग नहीं करने नहीं देती है| यह नेतृत्व की अवस्था भंग कर देती है| इसका भाग्यांक 1 देश की स्वाधीनता के भाग्यांक 8 के साथ पितृ द्रोह की अवस्था निर्मित कर रहा है| यह युति मुखिया के रूप में परेशानियाँ बताती है| इसका भाग्यांक 1 देश की स्वाधीनता के आयु अंक 4 के साथ पितृ दोष व ग्रहण योग बना रहा है| बोलचाल की भाषा में इसे ‘नेतृत्व पर ग्रहण लगना’ कहते हैं| ये योग भाजपा के नेतृत्वकारी पक्ष को लेकर विचित्र अवस्था खड़ी कर सकती हैं| यहाँ फिर इस बात के संकेत मिलते हैं कि भाजपा को चुनावों के बाद नेतृत्व सम्बन्धी अपनी वर्तमान योजना में परिवर्तन करना पड़ जाए तो कोई अचम्भा नहीं होना चाहिए| इस दल का भाग्यांक 1 अपने ही आयु अंक 8 और देश के भाग्यांक 8 के साथ पितृ द्रोह युति बनाता है| यह युति नेतृत्व को लेकर अनपेक्षित उठापटक करवा सकती है| 
                   इतनी विपरीत युतियों की बात पढ़कर तो भाजपा वालों के होश फ़ाख़्ता हो रहे होंगे| आइए, अब वे बातें कर लेते हैं, जो कि भाजपा के पक्ष में जा रही हैं| इस दल का नामांक इसके अपने मूलांक 6 व देश की स्वाधीनता के मूलांक 6 के साथ मित्र युति बना रहा है| अंक 2 साझेदारी/गठबंधन व अंक ६ सुख का है| यह युति बताती है कि भाजपा को बहुमत कम पड़ने की स्थिति में नए गठबंधन/साझेदार मिल सकते हैं और उनके माध्यम से पर्याप्त बहुमत मिल सकता है| भाजपा का यह नामांक 2 इसके आयु अंक 8 व देश की स्वाधीनता के भाग्यांक 8 के साथ जो युति बना रहा है, उसका अंक 2 व अंक 6 वाली पिछली युति के साथ समन्वय-विश्लेषण किया जाए तो यह निष्कर्ष मिलता है कि भाजपा को बहुमत की कमी-पूर्ति के लिए जो नए साझेदार मिलेंगे, वे उठापटक करवा सकते हैं यानि वे नए साझेदार भाजपा की नेतृत्व (प्रधानमंत्री) सम्बन्धी बनी-बनायी योजना में उठापटक/फेरबदल करवा सकते हैं| भाजपा का नामांक 2 देश की स्वाधीनता के आयु अंक 4 के साथ प्रबल मित्र युति बना रहा है| अंक 2 साझेदार/स्त्री/गठबंधन व अंक 4 पितृ अंक है| अतः भाजपा को अपना समर्थन देने के बदले में कोई स्त्री राजनेता/स्त्री प्रधानता वाला दल प्रमुख भूमिका में रह सकता है| यह भूमिका निर्णायक भी हो सकती है| यही बात स्त्री अंकों से पीड़ित नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के मार्ग में निर्णायक सिद्ध हो जाए तो आश्चर्य नहीं होना चाहिए|     
                 देश का नामांक 3 भाजपा के आयु अंक अंक 8 का मित्र है| अंक 3 निर्णय/चयन/चुनाव और अंक 8 लोकतंत्र का है| यह युति भाजपा के लिए लाभकारी है| चुनावी वर्षांक 7 इसके भाग्यांक 1 के साथ प्रबल मित्र युति बनाता है| इसका आयु अंक 8 चुनावी वर्षांक 7 के साथ मित्र युति बना रहा है| ये युतियाँ इस बार भाजपा को अच्छा लाभ दे सकती हैं| अतः इन लोकसभा चुनावों में भाजपा की सीटें बहुत अच्छी संख्या में बढ़ सकती हैं| यहाँ यह बात ख़ास ध्यान दिए जाने लायक है कि इस बार भाजपा के सत्ता पर काबिज़ होने के खेल में स्त्री अंकों वाले राजनेता या स्त्री राजनेता की प्रभावी/महत्त्वपूर्ण/निर्णायक भूमिका रह सकती है| 
                 अगले भाग में बात करेंगे 'भाजपा के भीष्म पितामह' लालकृष्ण अडवाणी की| ............ जय श्री राम|

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