जय श्री राम …………| आदरणीय मित्रो, बहुत दिनों की बातें बाक़ी हैं| फटाफट कर लेते हैं| हमारी ‘कृपात्रयी’ (प.पू. गुरुदेव देवरहा बाबा, माँ बगलामुखी और घोटेवाले) की कृपा से हाल ही में हमारी कुछ और भविष्यवाणियाँ सही साबित हुई हैं| इस क्रम में अब बात करते हैं शगुन चौधरी की|
भारतीय महिला निशानेबाज़ शगुन चौधरी लन्दन ओलम्पिक में खाली हाथ रह गयी हैं| शगुन से देश को बहुत उम्मीदें थीं| हमारी गणना के अनुसार ऐसा ही होना था| हमने तो इनके फ्लॉप रहने की बात साफ़ शब्दों में कह दी थी| शगुन चौधरी के जन्म-दिन के सन्दर्भ में E TV के अपने साप्ताहिक कार्यक्रम ‘अंक प्रभा’ के 24 जून, 2012 के एपिसोड में ‘सप्ताह के सिकंदर’ के अंतर्गत और अपने ब्लॉगों पर ‘आज की हस्ती’ स्तम्भ में 28 जून, 2012 को हमने साफ़-साफ़ कहा था—"वर्ष 2012 की आयु-अवधि में सफलता का ग्राफ कम रह सकता है। बड़ी प्रतियोगिताओं में सफलता रूठी रह सकती है।" आप देख लीजिए कि शगुन से सफलता रूठी ही रही|
मिलते हैं अगली पोस्ट के साथ| ………… जय श्री राम|
भारतीय महिला निशानेबाज़ शगुन चौधरी लन्दन ओलम्पिक में खाली हाथ रह गयी हैं| शगुन से देश को बहुत उम्मीदें थीं| हमारी गणना के अनुसार ऐसा ही होना था| हमने तो इनके फ्लॉप रहने की बात साफ़ शब्दों में कह दी थी| शगुन चौधरी के जन्म-दिन के सन्दर्भ में E TV के अपने साप्ताहिक कार्यक्रम ‘अंक प्रभा’ के 24 जून, 2012 के एपिसोड में ‘सप्ताह के सिकंदर’ के अंतर्गत और अपने ब्लॉगों पर ‘आज की हस्ती’ स्तम्भ में 28 जून, 2012 को हमने साफ़-साफ़ कहा था—"वर्ष 2012 की आयु-अवधि में सफलता का ग्राफ कम रह सकता है। बड़ी प्रतियोगिताओं में सफलता रूठी रह सकती है।" आप देख लीजिए कि शगुन से सफलता रूठी ही रही|
मिलते हैं अगली पोस्ट के साथ| ………… जय श्री राम|
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें