जय श्री राम .......... | आदरणीय मित्रो,कल की पोस्ट में हम ने आप से निवेदन किया था कि आज से हम बिहार विधानसभा के आगामी विधानसभा चुनाव की भविष्यवाणी चरणबद्ध रूप में उपस्थित करेंगे | तो लीजिए,हाजिर हैं हम अपने वादे के मुताबिक़इस भविष्यवाणी का पहला भाग ले कर | आज हम बात करेंगे 'बिहार' राज्य और इस चुनाव के मतदान तथा मतगणना के अंकों की | हम हर विश्लेषण में सम्बंधित व्यक्ति/दल के जन्मांक-नामांक के मूल अंक भी दे रहे हैं,जिस से आप को सारी बात समझाने में ज्यादा आसानी हो सके |
बिहार
नामांक-:---11=2
निर्माण-तिथि:---15-08-1947=6+8+3=35=8
संयुक्तांक:---1
आयु अंक:---1 (64 वाँ वर्ष ) चलित:---1(+),4 (-)
सूर्य राशि:---सिंह चलित दशा:---अंक 6 (
वर्ष 2010
तक)
इस वर्ष मध्य अक्टूबर से मध्य नवम्बर की समयावधि में बिहार विधानसभा के चुनाव होने जा रहे हैं | समूचे देश की निगाहें इन चुनावों पर लगी हैं | निवर्तमान विधानसभा भी लंबित रूप में बन पायी थी | फरवरी,2005 में हुए चुनावों में बिहार को त्रिशंकु विधानसभा मिली थी | नवम्बर,2005 में फिर से चुनाव हुए |
हम ने इन दोनों ही विधानसभा चुनावों की भविष्यवाणी की थी,और हमारी उक्त दोनों भविष्यवाणियाँ सही रही थीं | अब सब को यह जिज्ञासा है कि यह विधानसभा अब अपने नये जन्म/रूप में कैसी रहेगी ?
भारतवर्ष की ही भाँति बिहार का भी अंक 6 (शुक्र) विखंडित है | स्थापना का 64 वाँ वर्ष चलने के कारण इस का आयु-अंक 1 ठहरा | यह नेतृत्व/सरकार/सत्ता का अंक है | इस का वृहदंक है--64 | यहाँ अंक 6 पितृ अंक 4 से युति में होने के कारण पीड़ित है | यहाँ अंक 1,4 व 6 का त्रिकोण विखंडित शुक्र की बात की ही पुष्टि करता है | अतः इस बार के चुनाव में ऐसे दल/व्यक्ति लाभ की अवस्था में रहेंगे,जिन के यहाँ अंक 1,4,6 व 9 की प्रधानता है |
'वर्षांक-वर्षांक पद्धति' से वर्ष 2010 बिहार के लिए बहुत महत्त्वपूर्ण है | यहाँ से बिहार बहुत ख़ास स्वरुप ग्रहण करेगा,जो कि अगले 18 वर्षों तक कोई बहुत बड़ा 'समूह-वाचक' अथवा 'विचारधारा-वाचक' परिवर्तन नहीं करेगा | हाँ,यह परिवर्तन 'व्यक्तिवाचक' हो सकता है | वर्ष 2010 का यह चुनाव बिहार के भाग्यांक (8 ) के विरोधी अंक 1 के 'आयु-अंक रूप' में हो रहा है | अंक 8 लोकतंत्र का है | अंक 1 के साथ इस की वर्तमान युति कुछ उठापटक भरी स्थापनाओं को दृढ़ता से निरंतर कर देगा | बिहार का नामांक 2 है | इस का निकटतम मित्र है---अंक 7 | चलित वर्षांक है ---3 | अंक 3 तथा अंक 7 परस्पर विरोधी हैं | इस कारण अंक 3 बिहार के मूलांक 6 का मित्र होने के बाद भी यहाँ विषम भूमिका में ही रहेगा | अंक चुनाव के परिणाम/मतगणना का चलित अंक भी 3 ही है |
इस कारण चुनाव-परिणाम के अगले 3 से 7 दिनों में कुछ ख़ास उठापटक संभव है | चूँकि अंक 3 निर्णय/मित्रता/दिशा-निर्देश का है,इसलिए यह उठापटक सरकार बनाने को ले कर साथ चल रहे दलों/उन के नेतृत्व/आपसी समीकरणों को ले कर संभव है | बिहार के नामांक 2 का वृहदंक है-11 | यहाँ डी पुरुष अंकों से एक स्त्री अंक बना है | अतः ऐसे दलों/व्यक्तियों को ख़ास लाभ संभव है,जिन के यहाँ अंक 1 व अंक 2 की प्रधानता है | चूँकि अंक 2 साझेदारी/गठबंधन का भी है,इस लिए यदि ऐसे दल/व्यक्ति साथ हो कर चुनाव लड़ेंगे तो अधिक लाभ उठा सकते हैं |
मतदान तथा मतगणना
चलित:---अंक 9 (-)
(1) पहला चरण:---21-10-2010=3+1+3=7 गुरुवार=3 सीटें:---47=2
(2) दूसरा चरण:---24-10-2010=6+1+3=1 रविवार=1(+),4(-) सीटें:---45=9
(3) तीसरा चरण:---28-10-2010=1+1+3=5 गुरुवार=3 सीटें:---48=3
(4) चौथा चरण:---01-11-2010=1+2+3=6 सोमवार=2(+),7(-) सीटें:---42=6
(5) पाँचवाँ चरण:---09-11-2010=9+2+3=14=5 मंगलवार=9 सीटें:---35=8
(6) छठा चरण:---20-11-2010=2+2+3=7 शनिवार=8 सीटें:---26=8
मतगणना
दिनांक:---24-11-2010=6+2+3=11=2 चलित:---अंक 3 (-) बुधवार=5 कुल सीटें=243=9
विश्लेषण
मतदान के सभी चरणों का चलित अंक 9 (-) है | प्रथम चरण का मूलांक (3) तथा भाग्यांक (7) परस्पर विरोधी हैं | इस चरण का दिन-अंक (3-गुरुवार) है | अंक 3 यहाँ तिहरी भूमिका में आ गया है---(1) मतदान का मूलांक (2) मतदान का दिन-अंक व (3) चलित वर्षांक | इस प्रकार अंक 3 की युतियाँ अंक (7)पर भारी पड़ती हैं | अतः अंक 3,6 व 9 वाले अधिक लाभ में रहेंगे | इस चरण का भाग्यांक (7) बिहार के नामांक (2) का मित्र है | इस चरण की सीटें हैं---47 | इस का मूलांक बनता है-2 | यहाँ अंक 2 व 7 पितृदोष के अंक 4 के साथ 'दोहरा ग्रहण-योग' बना रहे हैं | अतः इस चरण में अंक 7 (अंक 2 भी) की प्रधानता वालों को कुछ अनपेक्षित झटके लग सकते हैं |
किन्तु यहाँ यह बात ख़ास ध्यान देने की है कि जो दल/व्यक्ति अंक 3,6 व 9 की संगत में हैं,उन्हें ये झटके नहीं झेलने नहीं पड़ेंगे | उन्हें तो लाभ मिल सकता है | मतदान के दूसरे चरण का मूलांक 6 तथा भाग्यांक 1 है | मतदान के दिन रविवार के अंक हैं---1(+) व 4(-) | इस प्रकार अंक 1 यहाँ दोहरी भूमिका में आ गया है | ये दोनों ही अंक (1 व 6) अंक 3 के मित्र हैं | अतः इस चरण में अंक 1,3,6 व 9 वाले दल/व्यक्ति लाभ में रहेंगे | चूँकि अंक 4 अंक 1 का 'समूहगत मित्र' है,इसलिए इस अंक वाले भी अपेक्षाकृत लाभ में रहेंगे | इस चरण की सीटें हैं---45=9 | अतः अंक 3,6 व 9 की लाभावस्था बलिष्ठ हो जाती है | मतदान के तीसरे चरण का मूलांक 1 व भाग्यांक 5 है | अंक 1 के समीकरण वे ही हैं,जिन की चर्चा हम दूसरे चरण में कर चुके हैं | अंक 5 यथास्थिति सूचित करता है | मतदान के दिन गुरुवार का अंक है---3 | इस चरण की सीटें हैं ---48=3 | यहाँ अंक 4 व 8 की अंक 3 के साथ लोकतांत्रिक परंपरागत/विगत स्वरूप के ही फिर से निर्णीत/निर्वाचित होने को सूचित करता है | मतदान के चौथे चरण का मूलांक 1 तथा भाग्यांक 6 है | इस युति की स्थानगत सामान्य चर्चा हम मतदान के दूसरे चरण में कर चुके हैं | इस चरण के मतदान के दिन सोमवार के अंक हैं---2(+),7(-) | इस चरण की सीटें हैं---42=6 | अंक 2,4 व 6 का यह त्रिकोण 'ग्रहण-योगग्रस्त शुक्र' दर्शाता है,जिस का तात्पर्य यह है कि ऐसे दल/व्यक्ति,जिन नामांकों,जन्मांकों या बॉडी लैंग्वेज में अंक 6 भ्रष्ट है,वे अधिक लाभ में रहेंगे | मतदान के पाँचवें चरण का मूलांक 9 तथा भाग्यांक 5 है | इस चरण के दिन मंगलवार का अंक भी 9 ही है | अतः यहाँ इस का तिहरा प्रभाव बन गया है---(1) मतदान का मूलांक (2) मतदान का दिन-अंक व (3) मतदान का चलित | यह अंक चुनावी लड़ाई/राजनीति/वर्चस्व का है | अंक 9 अंक 3 व अंक 6 का मित्र है | अतः इन अंकों वाले लाभ में रहेंगे | इस चरण में सीटें हैं---35=8 |
इस कारण यह संभव है कि कुछ सीटों पर उठापटक/उलटफेर भरे परिणाम देखने को मिले | मतदान के छठे और आख़िरी चरण का मूलांक 2 व भाग्यांक 7 है | ये परस्पर प्रगाढ़ मित्र हैं | यहाँ इन अंकों वाले ख़ास लाभ की स्थिति में होने चाहिए,मगर चलित वर्षांक तथा मतदान के चलित के विपरीत होने के कारण 'लाभ-भंग अवस्था' बन रही है | मतदान के दिन शनिवार का अंक 8 उलटफेर का है | इस चरण की सीटें हैं=26=8 |
इस कारण यह चरण बहुत उलटफेर वाला या झटकेदार रह सकता है | मतगणना का मूलांक 6 तथा भाग्यांक 2 है | इस दिन-बुधवार का अंक 5 है |
यह यथास्थिति तथा डावांडोल का है | यह यथास्थिति नेतृत्व को लेकर व्यक्तिगत रूप में अधिक तथा दलगत रूप में कुछ कम रह सकती है | यहाँ चलित का अंक बदल कर 3 (-) हो जाता है | यह मतगणना के मूलांक (6) का मित्र है,किन्तु भाग्यांक (2) के मित्र अंक 7 का विरोधी है | यहाँ अंक 3,6,9 तथा अंक 1 वाले दल/व्यक्ति अधिक लाभ में रह सकते हैं | अंक 2 व अंक 7 की प्रधानता वालों को झटके लग सकते हैं,किन्तु यदि वे अंक 3,6,9 तथा अंक 1 वालों के साथ होंगे तो झटकों से निकल कर लाभ की अवस्था में आ सकते हैं |
मित्रो,आज बस इतना ही | कल बात करेंगे निवर्तमान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के अंकों की | रहिएगा हमारे साथ | अब आज्ञा दीजिए | ......... आज के आनंद की जय | ........... जय श्री राम |