अंक ज्योतिषी, अंग ज्योतिषी, राजनीतिक विश्लेषक-सलाहकार, नाटककार, शायर, अकादमिक, सम्प्रेरक वक्ता

गुरुवार, 9 फ़रवरी 2017

विधान सभा चुनाव-2017 :: उत्तराखण्ड : किसे कितनी सीटें : भाग-2 : बाज़ी फिर भी कांग्रेस के हाथ

          जय श्री राम .........| आदरणीय मित्रो, हमारी ‘कृपात्रयी’ (प.पू. गुरुदेव देवरहा बाबा, माँ बगलामुखी और घोटेवाले) की कृपा से हालिया विधान सभा चुनावों सम्बन्धी भविष्यवाणी के पहले चरण में अब प्रस्तुत है उत्तराखण्ड की बात का दूसरा भाग| पहले हमारा विचार यह दूसरा भाग तैयार करने का नहीं था, मगर फिर सोचा कि उत्तराखण्ड के साथ एक विचित्र बात है| निर्माण के समय इस राज्य का नाम ‘उत्तराँचल’ था, मगर बाद में 01 जनवरी, 2007 को ‘उत्तराखण्ड’ कर दिया गया| हमने इस राज्य सम्बन्धी भविष्यवाणी के पहले भाग में इस राज्य के निर्माण की दिनांक 09 नवम्बर, 2000 काम में ली है| उसके अनुसार किस पार्टी को कितनी सीटें मिलेंगी, यह हम बता ही चुके हैं| फिर हमने सोचा कि इस राज्य का नाम जब ‘उत्तराखण्ड’ रखा गया, उस दिनांक से भी गणना कर देखें क्योंकि यह तो स्पष्ट नहीं हो रहा है कि उक्त दोनों में से कौनसी दिनांक अन्तिम रूप से निश्चित है? पिछले विधान सभा चुनाव में हमारी भविष्यवाणी ग़लत ठहरी थी| इस बार अतिरिक्त सावधानी के रूप में हमने यह प्रयास भी कर लेने की सोची| यह प्रयास और कुछ नहीं, अंक ज्योतिष के विद्यार्थी के नाते एक ईमानदारीभरा प्रयास मात्र है| इस राज्य के नाम-परिवर्तन वाली दिनांक यानि 01 जनवरी, 2007 काम लेने से मूलांक, भाग्यांक, आयु-अंक, दिन-अंक के साथ-साथ विधान सभा अंक भी बदल गया है| इस गणना में राष्ट्रीय पार्टियों भाजपा व कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्षों को सम्मिलित किया गया है| शेष दलों व निर्दलियों को हमने ‘अन्य’ के अन्तर्गत लिया है| तो आइए, देखते हैं कि उत्तराखण्ड की यह दिनांक काम लेने से क्या तस्वीर उभर कर आती है?
गणनीय अंक
उत्तराखण्ड:-मूलांक:-1   भाग्यांक:-2   आयु-अंक:-2 (11 वाँ)     नामांक:-8     दिन-अंक:-2, 7
मतगणना:-मूलांक:-2      भाग्यांक:-6     दिन-अंक:-8      वर्षांक:-1      चलित:-3
विधान सभा-अंक:-3 (तीसरी)  
व्यक्ति/पार्टी
मूलांक
भाग्यांक
आयु-अंक
नामांक
दिन-अंक
एकल योग
महायोग
भाजपा
6
3+
1
0
1
0
2
13+
1
0
4
4-
12+/6
=2+
14.63+/3
=4.87+
अमित शाह
4
4-
7
4+
8
6+
6
3+
3
10+

19+/5
=3.8+
अजय भट्ट 
1
0
5
10+
2
13+
2
13+
2
13+
7
4+
53+/6
=8.83+
भाराकां
2
13+
1
0
4
4-
3
10+
2
13+
7
4+
36+/6
=6+
16.96+/3
=5.65+ 
सोनिया गांधी
9
4-
5
10+
8
6+
9
4-
2
13+
7
4+
25+/6
=4.16+
किशोर उपाध्याय 
1
0
3
10+
5
10+
7
4+
3
10+


34+/5
=6.8+

कुल निर्वाचनीय सीटें=70
कुल=भाजपा+कांग्रेस=4.87+5.65=10.52+
कांग्रेस=5.65+*100/10.52=53.7*70=37.59=38 सीटें
भाजपा=4.87+*100/10.52=46.29*70=32.4=32 सीटें
      इसलिए अन्तिम रूप से:-
कांग्रेस=38 सीटें (कम-अधिक 4)            भाजपा=32 सीटें (कम-अधिक 3)
अन्य=04 सीटें (कुल निर्वाचनीय सीटों की 5%)
                 यह दिनांक काम लेने पर भी कांग्रेस ही बहुमत प्राप्त करती हुई दिख रही है| अतः यह बात साफ है कि इस बार उत्तराखण्ड विधान सभा चुनाव में कांग्रेस फिर से सरकार बनाने जा रही है| उसे इस बार किसी से समर्थन माँगना नहीं पड़ेगा| ....... जय श्री राम   


गुरुवार, 2 फ़रवरी 2017

विधान सभा चुनाव-2017 :: उत्तर प्रदेश : किसे कितनी सीटें : भाजपा का चमत्कारिक प्रदर्शन

           जय श्री राम .........| आदरणीय मित्रो, हमारी ‘कृपात्रयी’ (प.पू. गुरुदेव देवरहा बाबा, माँ बगलामुखी और घोटेवाले) की कृपा से हालिया विधान सभा चुनावों सम्बन्धी सीटों की संख्या सम्बन्धी भविष्यवाणी के क्रम में प्रस्तुत है उत्तर प्रदेश की बात| यहाँ इस बार चुनाव हमेशा से कहीं अधिक दिलचस्प है| कांग्रेस व सपा ने चुनावी गठबन्धन किया है| भाजपा बहुत उम्मीदों के साथ मैदान में है, तो रालोद अकेले ही कूद पड़ा है| पिछले विधान सभा चुनाव में मुलायम सिंह के बारे में हमारी भविष्यवाणी चमत्कारिक रूप से सही ठहरी थी| तब अंक ज्योतिष एवं बॉडी लैंग्वेज पर आधारित अपने मासिक अख़बार ‘अंक प्रभा’ के 01 फ़रवरी, 2012 के अंक में हमने कहा था कि कुर्सी अभी दूर रहेगी| ऐसा ही हुआ| सपा के पूर्ण बहुमत के बाद भी मुख्यमन्त्री की कुर्सी मुलायम से दूर ही रही|     
          इस गणना में राष्ट्रीय पार्टियों के प्रदेशाध्यक्षों को सम्मिलित किया गया है; साथ ही प्रमुख दलों को लिया गया है| शेष पार्टियों व निर्दलियों को ‘अन्य’ में सम्मिलित किया गया है|  हमने भारतीय जनता पार्टी और उसके चुनावी गठबन्धन के साथियों को ‘भाजपा+’, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस को ‘भाराकां’ लिखा है|
गणनीय अंक
उत्तर प्रदेश:-मूलांक:-8   भाग्यांक:-6   आयु-अंक:-5 (68 वाँ)     नामांक:-9     दिन-अंक:-3
मतगणना:-मूलांक:-2      भाग्यांक:-6     दिन-अंक:-8      वर्षांक:-1      चलित:-3
विधान सभा-अंक:-8 (17 वीं)
व्यक्ति/पार्टी
मूलांक
भाग्यांक
आयु-अंक
नामांक
दिन-अंक
एकल योग
महायोग
भाजपा
6
-
1
2-
1
2-
2
8+
1
2-
4
4-
3-/6
=.5-
5.1+/3
=1.7+
अमित शाह
4
4-
7
5+
8
9+
6
-
3
11+

20+/5
=4+
केशव प्रसाद मौर्य
7
5+
1
2-
1
2-
2
8+
5
-

8+/5
=1.6+
भाराकां
2
8+
1
2-
4
4-
3
11+
2
8+
7
5+
26+/6
=4.33+
11.32+/3
=3.77+ 
सोनिया गांधी
9
2+
5
-
8
9+
9
2+
2
8+
7
5+
25+/6
=4.16+
राज बब्बर
5
-
1
2-
2
8+
5
-
2
8+
7
5+
17+/6
=2.83+
बसपा
5
-
4
4-
6
-
2
8+
8
9+


11+/5
=2.2+
2.7+/3
=.9+
मायावती
6
-
1
2-
8
9+
1
2-
1
2-
4
4-
2-/6
=.33-
राम अचल राजभर
6
-
1
2-
8
9+
7
5+
1
2-
4
4-
5+/6
=.83+
सपा
4
4-
8
9+
7
5+
2
8+
1
2-
4
4-
12+/6
=2+
अखिलेश यादव
6
-
8
9+
9
2+
2
8+
2
8+
7
5+
31+/6=5.33+
8.13+/3
=2.17+

विधान सभा की निर्वाचनीय सीटों की संख्या=403
कुल=सपा+बसपा+भाजपा+भाराकां=3.66+.9+1.7+3.77=10.03+
सपा=3.66*100/10.03=36.49*298=108.74=109 सीटें   बसपा=.9*100/10.03=.08*403=36.16=36 सीटें    भाजपा+=1.7*100/10.03=16.94*403=68.03=68 सीटें      भाराकां=3.77*100/10.03=37.58*105=39.46=39 सीटें
अब तक की कुल सीटें=109+36+68+39=252      शेष सीटें=403-252=151
=बसपा+भाजपा=.9+1.7=2.6+
बसपा=.9*100/2.6=34.61*151=52.26=52 सीटें       भाजपा+=1.7*100/2.6=65.38*151=98.73=99 सीटें
अतः बसपा की कुल सीटें=36+52=88      भाजपा की कुल सीटें=68+99=167
                    अन्तिम रूप से:-
सपा=109 सीटें (कम-अधिक 11)         बसपा=88 सीटें (कम-अधिक 9)
भाजपा+=167 सीटें (कम-अधिक 17)      भाराकां=39 सीटें (कम-अधिक 4)
अन्य=20 सीटें (कुल निर्वाचनीय सीटों की 5%)

        इस तरह स्पष्ट है कि उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी की सरकार फिर से बनती नहीं दिख रही है| इस सरकार को विदा होना होगा| हालाँकि अखिलेश के ख़ुद के अंक अच्छे हैं, मगर समाजवादी पार्टी के ख़राब अंकों का ख़ामियाजा उन्हें भुगतना पड़ेगा| इस आकलन से एक बात और उभर कर सामने आती है कि सपा-कांग्रेस के चुनावी गठबन्धन का कांग्रेस को बड़ा लाभ होने जा रहा है, जबकि सपा को लाभ की बजाय हानि ही उठानी पड़ रही है| एक लम्बे अर्से बाद भाजपा चमत्कारिक प्रदर्शन कर नम्बर एक के स्थान पर बैठती दिख रही है| इसलिए अगर उत्तर प्रदेश के ‘सिंहासन’ पर इस बार नया मुख्यमंत्री देखने को मिल सकता है| हाँ, यदि यह ‘नया मुख्यमंत्री’ कोई ‘पुराना यानी पूर्व मुख्यमंत्री’ हो तो अचम्भा नहीं होना चाहिए ......... जय श्री राम