अंक ज्योतिषी, अंग ज्योतिषी, राजनीतिक विश्लेषक-सलाहकार, नाटककार, शायर, अकादमिक, सम्प्रेरक वक्ता

गुरुवार, 25 नवंबर 2010

बिहार विधानसभा चुनाव-परिणाम:हमारी भविष्यवाणी अपूर्व रूप से सत्य सिद्ध हुई

         (ज्योतिष-जगत में इतनी विस्तृत और सटीक यह एकमात्र भविष्यवाणी थी)
     
          जय श्री राम ............| आदरणीय मित्रो,अपने वायद के मुताबिक हाजिर हैं हम आप से बहुत ही ख़ास बात करने| कल बिहार विधानसभा चुनावों के परिणाम घोषित हो चुके हैं| अब तो सारी तस्वीर बिलकुल साफ़ है| इन चुनाव-परिणामों ने बिहार में 'जातिवाद' की जगह 'विकासवाद' का शंखनाद किया है| हम ने इन चुनावों की भविष्यवाणी घोटेवाले,माँ बगलामुखी और परम पूज्य गुरुदेव देवराहा बाबा का आशीर्वाद एवं उन से अनुमति ले कर 09 सितम्बर (गुरुवार) को दोपहर 12 बज कर 42 वें मिनट पर आरम्भ की थी,जो कि 22 वें दिन 30 सितम्बर (गुरुवार) को पूर्ण हुई| इस में भी विभिन्न प्रमुख दलों की सीटवार स्थिति हम ने 06 अक्टूबर को तैयार की थी| यह भविष्यवाणी चरणबद्ध रूप से हमारे BLOGSPOT,WORDPRESS और MEDIA CLUB OF INDIA के ब्लॉग पर आठ चरणों में दिनांक 30 सितम्बर से 07 अक्टूबर तक आप की सेवा में रखी गयी थी| इस के अलावा 'अंक प्रभा' के नवम्बर अंक में प्रकाशित भी हो चुकी थी| भारतीय ज्योतिष-जगत में इतने विस्तृत रूप में यह एकमात्र भविष्यवाणी थी| मात्र इतना ही नहीं,अपितु इतने व्यापक रूप से और इतनी सटीक भी यह एकमात्र भविष्यवाणी रही| हम ने कई राजनीतिज्ञ मित्रों से कहा भी था कि भाजपा और जद(यू) को 'वाकओवर' मिलने जा रहा है| मगर इन कही हुई बातों को छोड़ कर आप और हम बात करते हैं 'ON THE RECORD' प्रमाणों की|
आइए,अब बात करते हैं कि हमारी भविष्यवाणी किस-किस रूप में सही रही?
***(1) हम ने यह कहा था:---" ...जब जद (यू) और भाजपा नीतीश के नेतृत्व में चुनाव लड़ कर सब से ज्यादा सीटें (बहुमत) पा रहे हैं,तो मुख्यमंत्री का ताज भी नीतीश को ही मिलना है| इस बार के चुनाव के बाद रोचक बात यह रहेगी कि नीतीश के साथ इस होड़ में लालू,कांग्रेस,राबड़ी या कोई और नहीं,बल्कि ख़ुद नीतीश ही होंगे| ...इस बार के चुनाव बिहार की राजनीति में बहुत दूर तक का फैसला इकठ्ठा ही कर देंगे| अतः हमारे हिसाब से इस बार के इन चुनावों के बाद लालू प्रसाद यादव,रामविलास पासवान आदि नीतीश के सभी समकालीन हमेशा के लिए सत्ता की दौड़ से बाहर हो जाएँगे| ये अब कभी मुख्यमंत्री नहीं बन पाएँगे| 
*** और यह हुआ:---आज स्पष्ट है कि नीतीश कि होड़ में ख़ुद नीतीश के अलावा कोई नहीं है| वे मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं|"

***(2) हम ने यह कहा था---"... नीतीश इस चुनाव में फायदे में ही रहेंगे| इन्हें दोहरा संतोष मिल सकता है कि जहाँ एक ओर तो इन के प्रतिद्वंद्वी चित-से हो जाएँगे,वहीं दूसरी ओर ये मुख्यमंत्री का ताज पहन लेंगे| हाँ,इन्हें यदि कोई समस्या होगी तो (अगर इस बात को समस्या माना जाए तो) यह हो सकती है कि इन के सहयोगी दल भाजपा की सीटें अभी की तुलना में बढ़ जाएँगी|"

*** और यह हुआ:---नीतीश के सभी प्रतिद्वंद्वी धराशायी हो गये| इन के सहयोगी दल भाजपा की सीटें 55 से बढ़ कर 91 हो गयीं|

***(3) हम ने यह कहा था:---"... स्थापना का 64 वाँ वर्ष चलने के कारण इस (बिहार) का आयु-अंक 1 ठहरा| यह नेतृत्व,सरकार/सत्ता का अंक है| ... अतः इस बार के चुनाव में ऐसे दल/व्यक्ति लाभ की अवस्था में रहेंगे,जिन के यहाँ अंक 1,4,6 व 9 की प्रधानता है|"
*** और यह हुआ:---सब से ज्यादा फायदे में रही भाजपा| भाजपा का मूलांक 6,भाग्यांक 1,आयु-अंक 4 तथा स्थापना का चलित अंक 9 है| इस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन गडकरी का मूलांक,भाग्यांक व आयु-अंक 9 है| नीतीश कुमार व शरद यादव का मूलांक 1 है| नीतीश का आयु-अंक 6 तथा संयुक्तांक 9 है| शरद यादव का आयु-अंक 1,संयुक्तांक 4, चलित दशा का अंक 6 है| जद (यू) का भाग्यांक व स्थापना का चलित अंक 9 तथा नामांक व संयुक्तांक 1 है|

***(4) हम ने यह कहा था:---"...ऐसे दलों,व्यक्तियों को ख़ास लाभ संभव है,जिनके यहाँ अंक 1 व 2 की प्रधानता है| चूँकि अंक 2 साझेदारी/गठबंधन का भी है,इसलिए यदि ऐसे दल/.व्यक्ति साथ हो कर चुनाव लड़ेंगे तो अधिक लाभ उठा सकते हैं|"
*** और यह हुआ:---नीतीश व शरद यादव का मूलांक 1 व भाग्यांक 2 है| शरद यादव का नामांक तथा चलित दशा का अंक भी 2 है| जद (यू) का नामांक,संयुक्तांक व चलित दशा का अंक 2 है| भाजपा का भाग्यांक 1 व नामांक 2 है| भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन गडकरी को अंक 2 की दशा चल रही है|

***(5) हम ने यह कहा था:---"...इसी अंक 2 की तात्कालिक प्रभावोत्पादकता की अवधि में लालू ने अपनी पत्नी को अपनी राजनीतिक वारिस बना दिया,मगर इस की बलि यह रहेगी कि लालू की पत्नी (राबड़ी देवी) अब कभी मुख्यमंत्री नहीं बन पाएँगी| रहा सवाल लालू का,तो लालू के साझेदारी/गठबंधन का अंक ख़राब होने के कारण इन्होंने इस चुनाव में साझेदारी/गठबंधन का जो निर्णय किया है,वह ग़लत सिद्ध होगा| इन के निकट के लोग इन्हें छोड़ कर जा सकते हैं,निकट के लोग चुनाव हार सकते हैं...लालू कभी मुख्यमंत्री नहीं बन पाएँगे और न ही अपनी पसंद के आदमी को मुख्यमंत्री बनवा पाएँगे|"
*** और यह हुआ:---लालू का पासवान के साथ गठबंधन का निर्णय ग़लत ही सिद्ध हुआ|  वर्षों इन के आँखों के तारे बन कर रहे साले और कई ख़ास आदमी इन्हें छोड़ कर चले गये| पिछली विधानसभा में प्रतिपक्ष की नेता और इन की पत्नी राबड़ी देवी ने दो सीटों से चुनाव लड़ा था और दोनों ही जगहों से हार गयीं| लालू के खासमखास शकुनी चौधरी भी चुनाव हार गये| ना तो लालू ख़ुद मुख्यमंत्री बन पाये और ना ही अपनी पसंद के आदमी को बनवा पाये|

***(6) हम ने यह कहा था:---"...राजद की जूझने वाली हालत है| राजद के अपने अंक तो बहुत बुरी अवस्था में है|"
*** और यह हुआ:---राजद की सीटें 54 से घट कर 22 रह गयीं| इसे 32 सीटों का घाटा उठाना पड़ा|

***(7) हम ने यह कहा था:---"...कांग्रेस के कई निर्णय ग़लत सिद्ध होंगे| अंक 3 चयन,चुनाव और मित्रता का भी है,इसलिए कांग्रेस अपने प्रत्याशियों के चयन,चुनावी विजय और मित्र दलों के मामले में ग़लती कर मात खा सकती है|"
*** और यह हुआ:---प्रत्याशी-चयन के मामले में कांग्रेस पिट गयी| यही हाल चुनावी विजय के मामले में भी रहा| ख़ुद इस के प्रदेशाध्यक्ष चुनाव हार गये| कांग्रेस ने किसी भी दल को अपना मित्र नहीं बनाया| अकेले ही चुनाव लड़ा| मित्र-दल सम्बन्धी यह निर्णय कांग्रेस के ख़िलाफ़ गया|

***(8) हम ने यह कहा था:---"...यहाँ अंक 8 की तिहरी भूमिका वाली यह युति कांग्रेस को तगड़े झटके देगी| इस पार्टी ने जो बड़ी-बड़ी उम्मीदें बिहार विधानसभा के इन चुनावों से लगा रखी हैं,वे ध्वस्त हो जाएँगी| कांग्रेस सत्ता में आना तो दूर,अपनी अभी वाली 9 सीटें फिर से पा ले तो भी संतोष की बात रहेगी|"
*** और यह हुआ:---कांग्रेस की तमाम आशाएँ ध्वस्त हो गयीं| ना राहुल फैक्टर काम आया,ना ही सोनिया सेक्टर|  यह पार्टी अपनी पिछली सीट-संख्या भी नहीं बचा पायी| इस की सीटें 5 कम हो कर 4 रह गयीं|

***(9) हम ने यह कहा था:---"...इस प्रकार सोनिया गांधी के सितारे कांग्रेस को सत्ता तक नहीं पहुँचा पाएँगे|"
*** और यह हुआ:---सोनिया गांधी कांग्रेस को सत्ता के पास तक भी नहीं पहुँचा सकीं|

*** (10) हम ने यह कहा था:---"...पासवान की स्थिति अच्छी नहीं रहेगी| वे अपनी हलिया सीटें (10) फिर से पा लें,तो यही इन की बहुत बड़ी उपलब्धि मानी जानी चाहिए| ...पासवान वाली अंक 8 की ही चलित दशा लालू प्रसाद यादव को भी चल रही है| ...पासवान के अंक स्पष्ट रूप से यह बताते हैं कि ये बिहार के मुख्यमंत्री कभी नहीं बन पाएँगे|"
*** और यह हुआ:---पासवान की बुरी गत हुई| ये अपनी पिछली सीट संख्या भी बरक़रार नहीं रख सके और 7 सीटों का नुकसान झेलते हुए 3 पर आ गये,मुख्यमंत्री बनना तो बहुत दूर की बात रही|

*** (11) हम ने यह कहा था:---"...इन्हें (नितिन गडकरी को) अभी उम्र का 54 वाँ वर्ष चल रहा है,इसलिए आयु-अंक भी 9 हुआ| यह बहुत ही शुभ है| इस में भी 19-12-2010 तक का समय विशेष प्रतिष्ठावर्द्धक है| इस समयावधि में होने वाले चुनावों में इन की पार्टी की सीटें बढ़ेंगी| ...अतः गडकरी को अपने बेहद मज़बूत जन्मांक-नामांक के कारण यश ही मिलेगा,भले ही वह किसी और के पकाये का फल हो|"
*** और यह हुआ:---भाजपा की सीटें आशातीत संख्या में बढ़ी हैं| इतनी सीटों की आशा तो भाजपा वालों को कतई नहीं थी| यह वृद्धि नीतीश की वजह से हुई,इस में गडकरी का कोई चमत्कार नहीं है| यह सभी को ज्ञात हो ही चुका है|

(12) हम ने यह कहा था:---"...पितृ अंकों की प्रधानता के कारण भाजपा इस वर्ष अपने प्रभुत्व (वोट-प्रतिशत/सीटों) में वृद्धि करेगी| इसी प्रभाव से यह सत्ता में भागीदारी तो पा जाएगी,मगर पितृ अंकों की कुछ दोष-अवस्था के कारण प्रमुखता/मुखिया की स्थिति में नहीं आ पाएगी|"
*** और यह हुआ:---भाजपा की सीटें 91 हैं| इसे 36 सीटों का फ़ायदा हुआ है| पहले इस की सीटें 55 थीं| इतने बड़े फायदे की तो ख़ुद भाजपा ने भी सोचा होगा|

       मित्रों,इस प्रकार आप ख़ुद ही देख लीजिए कि हमारी भविष्यवाणी कितने व्यापक परिमाण में सफल रही| अभी भी हमारी इस भविष्यवाणी के बहुत-से हिस्से सही होने बाकी है| इस के एक बहुत ही ख़ास भाग की चर्चा करने से हम ख़ुद को रोक नहीं पा रहे हैं| यह इस प्रकार है---"...'वर्षांक-वर्षांक पद्धति' से वर्ष 2010 बिहार के लिए बहुत ख़ास है| यहाँ से बिहार बहुत ही ख़ास स्वरूप ग्रहण करेगा,जो कि अगले 18 वर्षों तक कोई बहुत बड़ा 'समूहवाचक' अथवा 'विचारधारावाचक' परिवर्तन नहीं करेगा| हाँ,यह परिवर्तन व्यक्तिवाचक हो सकता है|" इस का तात्पर्य यह है कि वर्ष 2028 तक लालू,पासवान या कांग्रेस सत्ता में नहीं आ पाएँगे| लालू या पासवान जूनियर पार्टनर के रूप में सत्ता में साझेदार हो सकते हैं,मगर वह भी जद (यू) के साथ आ जाएँ| ऐसा होने की भी संभावना बहुत कम ही है| अतः वर्ष 2028 तक अभी वाली विचारधारा वाले ही बिहार पर राज करेंगे| इस बीच मुख्यमंत्री नीतीश की जगह कोई और आ सकता है| 
       अब एक और ख़ास बात बिहार से ही सम्बन्धित| नीतीश शुक्रवार 26 तारीख़ को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे| नीतीश बहुत बड़ी ग़लती करने जा रहे हैं| इस दिन मूलांक 8 व भाग्यांक 4 है| ये युति नीतीश को आसानी से राज नहीं करने देगी| इन्हें झटके लगते रहेंगे| ये झटके वर्ष 2012 के बाद ज़्यादा हो सकते हैं| संभव है कि नीतीश अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाएँ| नीतीश को चाहिए कि वे 27 तारीख को शपथ लें| 
       मित्रो,इस प्रकार आप देख ही रहे हैं कि हमारी राजनीतिक भविष्यवाणियों के सही साबित होने का क्रम जारी है| बिहार विधानसभा चुनावा-परिणाम सम्बन्धी इस भविष्यवाणी के अलावा कल ही हमारी एक और राजनितिज भविष्यवाणी सही साबित हुई है| इस की चर्चा हम आज ही शाम या रात तक करेंगे| तब तक के लिए अभी हमें आज्ञा दीजिए| ............ जय श्री राम|

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