जय श्री राम ...........| आदरणीय मित्रो, अब बात करते हैं नरेन्द्र मोदी की|
नरेन्द्र मोदी
जन्म-दिनांक:-17-09-1950 मूलांक:-8 भाग्यांक:-5 आयु अंक:-9 (63 वाँ वर्ष) नामांक:-9 जन्म का चलित अंक:-6 (-)
गुजरात के मौजूदा मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी का पूरा नाम 'नरेन्द्र दामोदरदास मोदी' है| हमने यहाँ गणना में इसी नाम को काम लिया है| इनका जन्म का मूलांक 8 बना है 17 से| यहाँ नेतृत्व और सत्ता के प्रतिनिधि पुरुष अंक 1 के साथ स्त्री अंक 7 की युति बन रही है| यह युति अच्छी नहीं होती है| यह स्त्री अंक खराब कर देती है| नरेन्द्र मोदी के यहाँ भी यही हुआ है| इस युति के कारण इनके स्त्री अंक भ्रष्ट हो गये| इसका तात्पर्य यह होता है कि ऐसे जातक को लक्ष्य-प्राप्ति में अपने ही दल के साथी लोगों/साथी दलों के लोगों या स्त्री से बाधा आती है| इसी लिए जब भाजपा के सहयोगी दल के नीतीश कुमार नरेन्द्र मोदी का प्रधानमंत्री पद के लिए विरोध करते हैं तो यह हमारे लिए तनिक भी आश्चर्य का विषय नहीं है| साथ ही यदि मोदी कि पार्टी के ही कुछ लोग भी यदि उनका विरोध करें तो भी यह कोई अजूबा नहीं है| मनमोहन सिंह और नरेन्द्र मोदी के मूलांक-भाग्यांक में 8-5 की अद्भुत समानता है| इसी अतिशय समानता के कारण मोदी मनमोहन सिंह को सीधे-सीधे रिप्लेस नहीं करेंगे| यहाँ इनके मार्ग में इनसे पहले कोई अन्य व्यक्ति प्रधानमंत्री के रूप में सामने आ सकता है| यह व्यक्ति अंक 5, अंक 6 व अंक 8 की प्रधानता वाला होगा| मोदी के मार्ग में 'स्त्री-बाधा' का अर्थ शरीर से स्त्री भी संभव है| इस दायरे में दो महिलाएँ आती हैं| पहली तो ममता बनर्जी और दूसरी सुषमा स्वराज| ममता बनर्जी के यहाँ अंक 5 व अंक 8 है, किन्तु यह अंक 5 उनकी बॉडी लैंग्वेज में मृत अवस्था में होने के कारन अर्द्ध प्रभावी हो गया| एक और बात है| ममता बनर्जी के यहाँ अंक 6 की कोई भूमिका नहीं है| अब रही सुषमा स्वराज की; तो इनके यहाँ मूलांक-भाग्यांक में अंक 5-6 है तथा इनका जन्म अंक 8 के समय में हुआ है| इनकी बॉडी लैंग्वेज में भी अंक 5 व अंक 6 प्रभावी अवस्था में है| अतः नरेन्द्र मोदी और प्रधानमंत्री पद के बीच में सुषमा स्वराज आ जाएँ तो आश्चर्य नहीं होना चाहिए| हाँ, यह हो सकता है कि श्रीमती स्वराज को 14 से 23/24 महीनों के बाद प्रधानमंत्री पद छोड़ना पद जाए| खैर, यह चर्चा बहुत लम्बी हो गयी| वैसे ऐसा करना ज़रूरी भी था, क्योंकि आज हर कोई इस बारे में जानना चाहता है कि क्या नरेन्द्र मोदी अगले प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं? यहाँ इन स्त्री अंकों के बारे में यह बात कहना भी बहुत ज़रूरी है कि इन्हीं भ्रष्ट स्त्री अंकों के कारण ही मोदी का दाम्पत्य नहीं है| इन अंकों की यह अवस्था शादी नहीं होने देती| यदि कुछ सहयोगी अंकों के कारण हो जाए तो कामयाब नहीं होने देती| स्त्री अंकों की यह अवस्था जहाँ निजी जीवन में दाम्पत्य-सुख नहीं लेने देती, वहीं दूसरी ओर करियर में कुछ ऊँच-नीच के बाद लाभ देती है| इन्हीं स्त्री अंकों से सम्बन्धित एक अद्भुत बात का यहाँ उल्लेख करना भी प्रासंगिक रहेगा| नरेन्द्र मोदी के नामांक 9 का वृहदंक 27 इन्हीं स्त्री अंकों से बना है| मोदी के मुख्यमंत्री बनने में इन स्त्री अंकों की हमेशा महत्त्वपूर्ण भूमिका रही है| मोदी पहली बार मुख्यमंत्री बने 07-10-2001 में| यहाँ मूलांक 7 व भाग्यांक 2 था| आयु अंक भी 7 था| मोदी दूसरी बार मुखमंत्री बने 22-12-2002 को| यहाँ मूलांक 4 व भाग्यांक 2 तथा राज्य का आयु अंक 7 था| मोदी के तीसरी बार बनने की दिनांक थी 25-12-2007| यहाँ मूलांक 7| आप खुद ही देख लीजिए कि करियर के मामले में मोदी पर इन स्त्री अंकों की किस क़दर कृपा रही है|
नरेन्द्र मोदी के मूलांक 8 व भाग्यांक 5 में जन्म के मासांक 9 की युति और इनकी अंक कुंडली में अंक 1 व अंक 9 की दोहरी उपस्थिति के कारण 'शत्रु हन्ता योग' बन रहा है| इनके इस योग की चर्चा हम वर्ष 2007 के गुजरात विधानसभा चुनाव के समय से ही करते आ रहे हैं, और यह बराबर सही भी उतर रही है| इनके नामांक 9 के कारण इस योग की अवस्था प्रबल हो जाती है| इसका फल यह है कि जो लोग मोदी का आमने-सामने विरोध करेंगे, उन्हें अंततः मात खानी ही पड़ेगी| यदि उनके अंक बहुत खराब हुए तो वे मिट जाएँगे और यदि कुछ ठीक हुए तो मिटने से तो बच जाएँगे, किन्तु निस्तेज हो जाएँगे| मोदी अंक पहली बार मुख्यमंत्री बने तब इनका आयु अंक 7 (52 वाँ वर्ष) व राज्य का आयु अंक 6 (42 वाँ वर्ष) था| इनके दूसरी बार मुख्यमंत्री बनते समय इनका आयु अंक 8 (53 वाँ वर्ष) व राज्य का आयु अंक 7 (43 वाँ वर्ष) था| इसी प्रकार तीसरी बार मुख्यमंत्री बनाते समय इनका आयु अंक 4 (58 वाँ वर्ष) और राज्य का आयु अंक 3 (48 वाँ वर्ष) था| इस प्रकार यह स्पष्ट है कि स्त्री अंक 7 ने मोदी के करियर में तो फ़ायदा ही दिया| हाँ, इतना अवश्य हुआ कि मोदी की सीटें कुछ कम हो गयीं ( 127 से 117 पर आ गयीं)| इस बार मतदान के पहले चरण का मूलांक 4 व भाग्यांक 3 मोदी के पक्ष में हैं| दिन-अंक 3 भी पक्ष में है| मतदान के दूसरे चरण का मूलांक 8 व भाग्यांक 7 भी मोदी के साथ हैं| यहाँ दिन-अंक 2-7 दोनों ही स्त्री अंक हैं| इनकी बात हम कर ही चुके हैं| मतगणना का मूलांक 2 स्त्री अंक है| इस दिन का भाग्यांक 1 मोदी के आयु अंक 9 व नामांक 9 के साथ कुछ अनुकूलता रखता है| इस दिन का दिन-अंक 3 है| मतदान का चलित अंक 9 व मतगणना का चलित अंक 8 है| ये दोनों ही मोदी के साथ खड़े हैं| अतः अंकीय युतियों का विश्लेषण तो यही बताता है कि नरेन्द्र मोदी एक बार फिर गुजरात की सत्ता पर काबिज़ होने जा रहे हैं और वही पूरे गाजे-बाजे के साथ| मोदी इस बार पिछली बार से भी बड़ी जीत प्राप्त कर सकते हैं| नरेन्द्र मोदी पर अंक 4 व अंक 8 की कृपा है| अंक 4 के वर्ष 2002 में ही इन्होंने पहली बार चुनावी लड़ाई जीत कर मुख्यमंत्री पद पाया| गुजरात को अंक 4 की दशा वर्ष 2003 में आरम्भ हुई| राज्य को अभी अंक 8 की दशा ही चल रही है| यह दशा वर्ष 2014 तक चलेगी| इस दशा के प्रथम वर्ष 2007 में मोदी ने फिर से चुनावी लड़ाई जीत कर मुख्यमंत्री पद पाया| गुजरात को अंक 8 की यह दशा वर्ष 2014 तक चलेगी| तब तक सत्ता का वर्तमान स्वरुप नहीं बदलेगा यानि मोदी ही मुख्यमंत्री रहेंगे| इसके बाद गुजरात को अंक 7 की दशा आरम्भ होगी, जो कि वर्ष 2021 तक चलेगी| यह राज्य के मूलांक-भाग्यांक के साथ विपरीत युति बनाती है| दूसरी बात यह कि जिस प्रकार स्त्री अंक 7 की विशिष्ट भूमिका में ही मोदी का स्थान बदला और वे गुजरात के मुख्यमंत्री बने; ठीक उसी प्रकार इसी स्त्री अंक 7 की पुनः विशेष भूमिका में मोदी का फिर स्थान बदलेगा| अतः 01-05-2014 के बाद गुजरात का मुख्यमंत्री बदल सकता है|
मिलते हैं अगली पोस्ट के साथ| ............ जय श्री राम|
नरेन्द्र मोदी
जन्म-दिनांक:-17-09-1950 मूलांक:-8 भाग्यांक:-5 आयु अंक:-9 (63 वाँ वर्ष) नामांक:-9 जन्म का चलित अंक:-6 (-)
गुजरात के मौजूदा मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी का पूरा नाम 'नरेन्द्र दामोदरदास मोदी' है| हमने यहाँ गणना में इसी नाम को काम लिया है| इनका जन्म का मूलांक 8 बना है 17 से| यहाँ नेतृत्व और सत्ता के प्रतिनिधि पुरुष अंक 1 के साथ स्त्री अंक 7 की युति बन रही है| यह युति अच्छी नहीं होती है| यह स्त्री अंक खराब कर देती है| नरेन्द्र मोदी के यहाँ भी यही हुआ है| इस युति के कारण इनके स्त्री अंक भ्रष्ट हो गये| इसका तात्पर्य यह होता है कि ऐसे जातक को लक्ष्य-प्राप्ति में अपने ही दल के साथी लोगों/साथी दलों के लोगों या स्त्री से बाधा आती है| इसी लिए जब भाजपा के सहयोगी दल के नीतीश कुमार नरेन्द्र मोदी का प्रधानमंत्री पद के लिए विरोध करते हैं तो यह हमारे लिए तनिक भी आश्चर्य का विषय नहीं है| साथ ही यदि मोदी कि पार्टी के ही कुछ लोग भी यदि उनका विरोध करें तो भी यह कोई अजूबा नहीं है| मनमोहन सिंह और नरेन्द्र मोदी के मूलांक-भाग्यांक में 8-5 की अद्भुत समानता है| इसी अतिशय समानता के कारण मोदी मनमोहन सिंह को सीधे-सीधे रिप्लेस नहीं करेंगे| यहाँ इनके मार्ग में इनसे पहले कोई अन्य व्यक्ति प्रधानमंत्री के रूप में सामने आ सकता है| यह व्यक्ति अंक 5, अंक 6 व अंक 8 की प्रधानता वाला होगा| मोदी के मार्ग में 'स्त्री-बाधा' का अर्थ शरीर से स्त्री भी संभव है| इस दायरे में दो महिलाएँ आती हैं| पहली तो ममता बनर्जी और दूसरी सुषमा स्वराज| ममता बनर्जी के यहाँ अंक 5 व अंक 8 है, किन्तु यह अंक 5 उनकी बॉडी लैंग्वेज में मृत अवस्था में होने के कारन अर्द्ध प्रभावी हो गया| एक और बात है| ममता बनर्जी के यहाँ अंक 6 की कोई भूमिका नहीं है| अब रही सुषमा स्वराज की; तो इनके यहाँ मूलांक-भाग्यांक में अंक 5-6 है तथा इनका जन्म अंक 8 के समय में हुआ है| इनकी बॉडी लैंग्वेज में भी अंक 5 व अंक 6 प्रभावी अवस्था में है| अतः नरेन्द्र मोदी और प्रधानमंत्री पद के बीच में सुषमा स्वराज आ जाएँ तो आश्चर्य नहीं होना चाहिए| हाँ, यह हो सकता है कि श्रीमती स्वराज को 14 से 23/24 महीनों के बाद प्रधानमंत्री पद छोड़ना पद जाए| खैर, यह चर्चा बहुत लम्बी हो गयी| वैसे ऐसा करना ज़रूरी भी था, क्योंकि आज हर कोई इस बारे में जानना चाहता है कि क्या नरेन्द्र मोदी अगले प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं? यहाँ इन स्त्री अंकों के बारे में यह बात कहना भी बहुत ज़रूरी है कि इन्हीं भ्रष्ट स्त्री अंकों के कारण ही मोदी का दाम्पत्य नहीं है| इन अंकों की यह अवस्था शादी नहीं होने देती| यदि कुछ सहयोगी अंकों के कारण हो जाए तो कामयाब नहीं होने देती| स्त्री अंकों की यह अवस्था जहाँ निजी जीवन में दाम्पत्य-सुख नहीं लेने देती, वहीं दूसरी ओर करियर में कुछ ऊँच-नीच के बाद लाभ देती है| इन्हीं स्त्री अंकों से सम्बन्धित एक अद्भुत बात का यहाँ उल्लेख करना भी प्रासंगिक रहेगा| नरेन्द्र मोदी के नामांक 9 का वृहदंक 27 इन्हीं स्त्री अंकों से बना है| मोदी के मुख्यमंत्री बनने में इन स्त्री अंकों की हमेशा महत्त्वपूर्ण भूमिका रही है| मोदी पहली बार मुख्यमंत्री बने 07-10-2001 में| यहाँ मूलांक 7 व भाग्यांक 2 था| आयु अंक भी 7 था| मोदी दूसरी बार मुखमंत्री बने 22-12-2002 को| यहाँ मूलांक 4 व भाग्यांक 2 तथा राज्य का आयु अंक 7 था| मोदी के तीसरी बार बनने की दिनांक थी 25-12-2007| यहाँ मूलांक 7| आप खुद ही देख लीजिए कि करियर के मामले में मोदी पर इन स्त्री अंकों की किस क़दर कृपा रही है|
नरेन्द्र मोदी के मूलांक 8 व भाग्यांक 5 में जन्म के मासांक 9 की युति और इनकी अंक कुंडली में अंक 1 व अंक 9 की दोहरी उपस्थिति के कारण 'शत्रु हन्ता योग' बन रहा है| इनके इस योग की चर्चा हम वर्ष 2007 के गुजरात विधानसभा चुनाव के समय से ही करते आ रहे हैं, और यह बराबर सही भी उतर रही है| इनके नामांक 9 के कारण इस योग की अवस्था प्रबल हो जाती है| इसका फल यह है कि जो लोग मोदी का आमने-सामने विरोध करेंगे, उन्हें अंततः मात खानी ही पड़ेगी| यदि उनके अंक बहुत खराब हुए तो वे मिट जाएँगे और यदि कुछ ठीक हुए तो मिटने से तो बच जाएँगे, किन्तु निस्तेज हो जाएँगे| मोदी अंक पहली बार मुख्यमंत्री बने तब इनका आयु अंक 7 (52 वाँ वर्ष) व राज्य का आयु अंक 6 (42 वाँ वर्ष) था| इनके दूसरी बार मुख्यमंत्री बनते समय इनका आयु अंक 8 (53 वाँ वर्ष) व राज्य का आयु अंक 7 (43 वाँ वर्ष) था| इसी प्रकार तीसरी बार मुख्यमंत्री बनाते समय इनका आयु अंक 4 (58 वाँ वर्ष) और राज्य का आयु अंक 3 (48 वाँ वर्ष) था| इस प्रकार यह स्पष्ट है कि स्त्री अंक 7 ने मोदी के करियर में तो फ़ायदा ही दिया| हाँ, इतना अवश्य हुआ कि मोदी की सीटें कुछ कम हो गयीं ( 127 से 117 पर आ गयीं)| इस बार मतदान के पहले चरण का मूलांक 4 व भाग्यांक 3 मोदी के पक्ष में हैं| दिन-अंक 3 भी पक्ष में है| मतदान के दूसरे चरण का मूलांक 8 व भाग्यांक 7 भी मोदी के साथ हैं| यहाँ दिन-अंक 2-7 दोनों ही स्त्री अंक हैं| इनकी बात हम कर ही चुके हैं| मतगणना का मूलांक 2 स्त्री अंक है| इस दिन का भाग्यांक 1 मोदी के आयु अंक 9 व नामांक 9 के साथ कुछ अनुकूलता रखता है| इस दिन का दिन-अंक 3 है| मतदान का चलित अंक 9 व मतगणना का चलित अंक 8 है| ये दोनों ही मोदी के साथ खड़े हैं| अतः अंकीय युतियों का विश्लेषण तो यही बताता है कि नरेन्द्र मोदी एक बार फिर गुजरात की सत्ता पर काबिज़ होने जा रहे हैं और वही पूरे गाजे-बाजे के साथ| मोदी इस बार पिछली बार से भी बड़ी जीत प्राप्त कर सकते हैं| नरेन्द्र मोदी पर अंक 4 व अंक 8 की कृपा है| अंक 4 के वर्ष 2002 में ही इन्होंने पहली बार चुनावी लड़ाई जीत कर मुख्यमंत्री पद पाया| गुजरात को अंक 4 की दशा वर्ष 2003 में आरम्भ हुई| राज्य को अभी अंक 8 की दशा ही चल रही है| यह दशा वर्ष 2014 तक चलेगी| इस दशा के प्रथम वर्ष 2007 में मोदी ने फिर से चुनावी लड़ाई जीत कर मुख्यमंत्री पद पाया| गुजरात को अंक 8 की यह दशा वर्ष 2014 तक चलेगी| तब तक सत्ता का वर्तमान स्वरुप नहीं बदलेगा यानि मोदी ही मुख्यमंत्री रहेंगे| इसके बाद गुजरात को अंक 7 की दशा आरम्भ होगी, जो कि वर्ष 2021 तक चलेगी| यह राज्य के मूलांक-भाग्यांक के साथ विपरीत युति बनाती है| दूसरी बात यह कि जिस प्रकार स्त्री अंक 7 की विशिष्ट भूमिका में ही मोदी का स्थान बदला और वे गुजरात के मुख्यमंत्री बने; ठीक उसी प्रकार इसी स्त्री अंक 7 की पुनः विशेष भूमिका में मोदी का फिर स्थान बदलेगा| अतः 01-05-2014 के बाद गुजरात का मुख्यमंत्री बदल सकता है|
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