अंक ज्योतिषी, अंग ज्योतिषी, राजनीतिक विश्लेषक-सलाहकार, नाटककार, शायर, अकादमिक, सम्प्रेरक वक्ता

मंगलवार, 1 जनवरी 2013

गुजरात और हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव : हमारी भविष्यवाणी के दायरे में

जय श्री राम ............| आदरणीय मित्रो, कई दिन हो गये आपसे बात किये| आज भी एक यही बात करेंगे| कल बहुत बातें करेंगे|                  
            हाल ही में संपन्न गुजरात और विधानसभा चुनावों के बारे में हमने विस्तृत रूप में सीटवार भविष्यवाणी की थी| ज्योतिष की दुनिया में यह इस प्रकार की एकमात्र भविष्यवाणी थी| हमने सीटवार भविष्यवाणी की यह गणना 09-08-2012 को दिन में 12:12 बजे आरम्भ की थी, जो कि 18-10-2012 को दिन में 11:16 बजे पूरी हुई| हमने अपने ब्लॉगों पर और अपने मासिक अखबार 'अंक प्रभा' में इसे विस्तृत रूप में भी दिया था| आइए, अब देखते हैं कि ये चुनाव हमारी भविष्यवाणी के दायरे में कहाँ ठहरे?
          गुजरात : हम बहुत सही रहे
# हमने कहा था-"भाजपा को 128 सीटें, कांग्रेस को 47 सीटें और अन्य को 07 सीटें मिल सकती हैं|"
हुआ यह-भाजपा को 116 सीटें, कांग्रेस को 61 सीटें और अन्य को 06 सीटें मिलीं| यहाँ 5% 'मार्जिन ऑफ़ एरर' (त्रुटि-लाभ) की अवस्था काम में लेने पर हमारी भविष्यवाणी की सीटें इस प्रकार ठहरती हैं-भाजपा-118, कांग्रेस-57| 
# हमने कहा था-"राज्य का मूलांक 1 व आयु अंक 8 परस्पर पितृद्रोह युति बना रहे हैं| चूँकि नरेन्द्र मोदी पहले से ही इस युति का सामना कर रहे हैं (केशूभाई पटेल और सुरेश भाई मेहता इनके ख़िलाफ़ हैं ही)| इसलिए इन्हें यह हानि नहीं उठानी पड़ेगी|
हुआ यह-केशूभाई पटेल और सुरेश भाई मेहता के पूरा ज़ोर लगाने पर भी पितृद्रोह युति मोदी का कुछ नहीं बिगाड़ पायी|
# हमने कहा था-"अंकीय युतियाँ तो भाजपा के पक्ष में प्रबलता से खड़ी हैं| ये युतियाँ बताती हैं कि भाजपा गुजरात में फिर सत्तासीन होने जा रही है|"
हुआ यह-भाजपा फिर से सत्तासीन हो चुकी है|
# हमने कहा था-"इस प्रकार गडकरी के अंक यह बता रहे हैं कि इनका दल इस बार के चुनावों में अच्छी विजय पाने जा रहा है|"
हुआ यह-गडकरी की पार्टी इस बार के चुनावों में अच्छी विजय पा चुकी है|       
 # हमने कहा था-"इन अंकों की पारस्परिक खींचातानी की वजह से यह हो सकता है कि भाजपा की विजय का श्रेय (भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष आर.सी.) फलदू कम मिले|"
हुआ यह-भाजपा की जीत का श्रेय फलदू को नहीं मिल पाया| वे तो ख़ुद चुनाव भी हार गये|
# हमने कहा था-"मतगणना के अंक कांग्रेस के पक्ष में कम, प्रतिपक्ष में अधिक है| इसका खामियाजा कांग्रेस को चुनाव-परिणाम वाले दिन भुगतना पड़ेगा| इस दल के अपने अंक ऐसे नहीं हैं कि लम्बे अरसे बाद गुजरात में सत्तासीन हो सके|"
हुआ यह-अपना पूरा ज़ोर लगाने के बाद भी कांग्रेस गुजरात में सत्तासीन नहीं हो सकी|
# हमने कहा था-"इस प्रकार सोनिया गांधी के अंक अच्छी अवस्था में हैं| ये इनके लिए अच्छी अवस्था बताते हैं, किन्तु इसके बाद भी इनके अंक इन्हें कोई बहुत बड़ा लाभ नहीं दिलवा पाएँगे क्योंकि इनकी पार्टी के अंक बहुत दुर्बल अवस्था में है|"
हुआ यह-सोनिया गांधी के अंकों की अच्छी अवस्था के कारण इस बार कांग्रेस की सीटें तो पिछली बार से बढ़ गयीं (भले ही चाहे 2 ही सही), मगर कांग्रेस फिर भी सरकार नहीं बना सकी|
हमने कहा था-"इस कारण अर्जुनभाई (प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अर्जुनभाई मोढ़वाडिया) के अंक कांग्रेस को सत्तासीन करना तो बहुत दूर की बात रही, उसकी दशा दयनीय बनने से बचाने में कोई ख़ास भूमिका नहीं निभा पाएँगे|"
हुआ यह-अर्जुनभाई मोढ़वाडिया कांग्रेस को जितवाना तो दूर, ख़ुद अपनी सीट तक नहीं जीत पाये|
       केशूभाई पटेल और उनकी गुजरात परिवर्तन पार्टी के बारे में तो हमने 07 अगस्त, 2012 को ही अपने ब्लॉगों पर और 'अंक प्रभा' के अक्तूबर, 2012 के अंक में कहा था-
# गुजरात परिवर्तन पार्टी के बारे में हमने कहा था-
(1) "अतः अभी के विधानसभा चुनाव तो इस पार्टी (गुजरात परिवर्तन पार्टी) के लिए विशेषकर हानिकारक रहेंगे| इस पार्टी को लेकर जो भी हौव्वा बन रहा है/बनाया जा रहा है, वह बुरी तरह समाप्त हो जाएगा|"
(2) "इसलिए इस पार्टी को लेकर अधिक उम्मीदें लगान व्यर्थ है|"
हुआ यह-गुजरात परिवर्तन पार्टी का बहुत हौव्वा खड़ा किया गया, मगर इस सारे मामले की हवा निकल गयी|
(3) "गुजरात परिवर्तन पार्टी को 2 सीटें मिल सकती हैं|"
हुआ यह-इस पार्टी को 2 सीटें ही मिलीं|
# केशूभाई पटेल के बारे में हमने कहा था-
(1) "अतः केशूभाई का नयी पार्टी बनाने का यह निर्णय पूर्णत: ग़लत सिद्ध होगा|"
(2) "इसका अर्थ यह होता है कि इन्हें लेकर भ्रम/वहम की स्थिति रह सकती है| इससे अधिक और कुछ नहीं होना|"
(3) "नरेन्द्र मोदी के 'शत्रुहन्ता योग' के कारण केशूभाई पटेल उनका कुछ नुकसान नहीं कर पाएँगे|"
हुआ यह-आप ख़ुद ही देख लीजिए कि ये सभी बातें बिलकुल सही रहीं|      
         हिमाचल प्रदेश : सत्ता पाने वाले दल के मामले में हम ग़लत रहे 
# हमने कहा था-"सत्ता पक्ष को 38 व प्रतिपक्ष को 26 सीटें मिल सकती हैं|"
हुआ यह-सत्तारूढ़ होने वाली कांग्रेस को 36 व प्रतिपक्ष भाजपा को 26 सीटें मिलीं|
# हमने कहा था-"अन्य दलों को 5 सीटें मिल सकती हैं|"
हुआ यह-अन्य दलों को 6 सीटें मिलीं|
# विद्या स्टोक्स के बारे में हमने कहा था-"यह विखंडन युति बताती है कि इन्हें सत्ता यानि मुख्यमंत्री पद तो किसी भी सूरत में नहीं मिलाना है|"
हुआ यह-विद्या स्टोक्स अपनी भरपूर इच्छा और प्रयासों के बाद भी मुख्यमंत्री नहीं बन पायीं|  
                   मित्रो, अब आज आज्ञा दीजिए| ......... आज के आनंद की जय| ............ जय श्री राम|

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