अंक ज्योतिषी, अंग ज्योतिषी, राजनीतिक विश्लेषक-सलाहकार, नाटककार, शायर, अकादमिक, सम्प्रेरक वक्ता

मंगलवार, 27 जनवरी 2015

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव-2014 : हमारी भविष्यवाणी अपूर्व रूप से सही साबित

जय श्री राम ............ आदरणीय मित्रो, हमारी 'कृपात्रयी' (प.पू. गुरुदेव देवरहा बाबा, माँ बगलामुखी और घोटेवाले) की कृपा से हमारी भविष्यवाणियाँ सही साबित होने का क्रम जारी है| चुनावी भविष्यवाणी सही साबित होने के इस क्रम में अब करते हैं अगली बात| हालाँकि इस बात को तीन महीने हो चुके हैं, मगर अपनी व्यस्तता के चलते आपसे यह बात कर नहीं पाये थे| ख़ैर, अब कर लेते हैं| यह बात है अक्टूबर, 2014 में हुए दिनांक 13 अक्टूबर, 2014 को इसका पहला भाग 'महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव-2014 : भाग-1 : भाजपा सबसे बड़ा दल बन सकती है' तथा दिनांक 14 अक्टूबर, 2014 को दूसरा भाग 'महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव :2014 : भाग-2 : कौन बनेगा मुख्यमंत्री?' प्रकाशित हुआ था|
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की| इस बार के चुनाव बहुत ख़ास थे| एक ओर 25 वर्षों के साथी भाजपा-शिवसेना अलग हो गये तो दूसरी ओर 15 वर्षों के साथी कांग्रेस-एन सी पी भी अलग हो गयी| अब ऐसे में यह चुनावी लड़ाई बहुत रोचक हो चुकी थी| ये चुनाव चतुष्कोणीय, तो कहीं-कहीं मनसे के कारण पञ्चकोणीय भी हो गये थे| आइए, इन चुनाव-परिणामों को हमारी भविष्यवाणी के दायरे में देखें| इस बारे में हमारी भविष्यवाणी दो भागों में थी| हमारे ब्लॉगों पर
# हमने कहा था:-भाजपा सबसे बड़ा दल बन सकती है|" (भाग-1 की पोस्ट का शीर्षक)
* हुआ यह:-122 सीटों के साथ भाजपा सबसे बड़ा दल बनी|
# हमने कहा था:-"ये युतियाँ पूर्ण बहुमत की अवस्था में बाधक हैं| इस कारण किसी एक दल को बहुमत नहीं मिलेगा| सरकार तो गठबंधन से ही बनेगी|"
* हुआ यह:-बहुमत का आंकड़ा 144 सीटें किसी भी दल को नहीं मिला| भाजपा को 122, शिवसेना को 63, एन सी पी को 41, कांग्रेस को 42, मनसे को 01 व अन्य को 19 सीटें मिलीं| सरकार अंततः गठबंधन की ही बनी|
# हमने कहा था:-"इस कारण इस बार चुनाव के बाद सरकार बनाने के लिए फिर से वे दल साथ आ जाएँ तो अचम्भा नहीं है कि जो चुनाव से पहले अलग हुए हों|"
* हुआ यह:-सरकार बनाने के लिए भाजपा व शिवसेना फिर साथ आ गये, जो कि चुनाव से पहले अलग हो गये थे|
# हमने कहा था:-"इस बार 'मुखिया रूप' में परिवर्तन आ सकता है| तात्पर्य यह है कि इस बार वे दल दौड़ में आगे रह सकते हैं, जो कि अब तक 'दूसरे नंबर' पर रहा करते थे या माने जा रहे थे|"
* हुआ यह:-भाजपा हमेशा शिवसेना के साथ गठबंधन में 'दूसरे नंबर' पर रहा करती थी, मगर इस बार वह आगे रही| इस गठबंधन में हमेशा शिवसेना 'मुखिया' रहा करती थी, मगर इस बार भाजपा 'मुखिया' बन गयी|
# हमने कहा था:-"महाराष्ट्र को अभी अंक 8 की दशा चल रही है| यह वर्ष 2007 में आरम्भ हुई थी| यह दशा इस वर्ष के अंत तक चलेगी| इसने अपनी पहली अर्द्धली में वर्ष 2010 तक 3 मुख्यमंत्री दे दिये| अब यह उतरते-उतरते नया मुख्यमंत्री देगी|"
* हुआ यह:-वर्ष 2014 में ही अंक 8 की इस उतरती दशा ने महाराष्ट्र को नया मुख्यमंत्री दे दिया|
# हमने कहा था:-"इस तरह इस बार महाराष्ट्र अपना ताज किसी नये व्यक्ति के सिर पर रखने जा रहा है| इस बार नये दल के नेतृत्व में नयी सरकार बनने जा रही है|"
* हुआ यह:-इस बार महाराष्ट्र ने अपना ताज 'नये व्यक्ति' देनेद्र फड़नवीस के सिर पर रख दिया| पिछले पंद्रह वर्षों की सरकार से अलग एक नये दल भाजपा के नेतृत्व में नयी सरकार बनी|
# हमने कहा था:-कांग्रेस के लिए---"यह अवस्था सत्ता से दूर रखेगी|"
* हुआ यह:-कांग्रेस इस बार सत्ता से दूर रह गयी|
# हमने कहा था:-"इस कारण इस बार कांग्रेस का प्रदर्शन बहुत बुरा रह सकता है| यहाँ तक कि अगर कांग्रेस चौथे स्थान पर भी रह जाए तो अचम्भा नहीं होना चाहिए|"
* हुआ यह:-इस बार कांग्रेस का प्रदर्शन बहुत बुरा रहा| मात्र एक सीट के अंतर से यह चौथे नंबर पर रहने से बच गयी|
# हमने कहा था:-एन सी पी के लिए---"इस कारण इस बार यह पार्टी सरकार में नहीं आ पाएगी|"
* हुआ यह:-एन सी पी इस बार सत्ता में नहीं आ पायी|
# हमने कहा था:-एन सी पी के लिए---"इस कारण यह पार्टी सत्ता से भले ही बाहर हो जाए, मगर इसका प्रदर्शन कोई गया-गुज़रा नहीं रहेगा| यह कांग्रेस से ऊपर रह सकती है|"
* हुआ यह:-एन सी पी का प्रदर्शन गया-गुज़रा नहीं रहा| इसने कांग्रेस की टक्कर में सीटें पायीं| मात्र एक सीट के अंतर से यह कंग्रेस के बराबर आने और मात्र दो सीटों के अंतर से यह कांग्रेस से ऊपर आने रह गयी|
# हमने कहा था:-"इस बार सरकार में भाजपा की पितृ अवस्था रह सकती है| तात्पर्य यह है कि इस बार सत्ता का मुखिया भाजपा बन सकती है|"
* हुआ यह:-भाजपा सरकार की मुखिया बनी|
# हमने कहा था:-"भाजपा को अकेले पूर्ण बहुमत नहीं मिल पाएगा| इसे गठबंधन की सरकार बनानी पड़ेगी|"
* हुआ यह:-भाजपा को पूर्ण बहुमत के सभी आकलन और सर्वेक्षण (यहाँ तक की 'चाणक्य' का सर्वे भी) ग़लत साबित हुए और भाजपा को गठबंधन ही की सरकार बनानी पड़ी|
# हमने कहा था:-भाजपा के लिए---"वैसे अगर शिव सेना के साथ फिर से गठबंधन बन जाए तो अचम्भा नहीं होना चाहिए|"
* हुआ यह:-भाजपा का फिर से शिव सेना के साथ गठबंधन बना|
# हमने कहा था:-शिव सेना के लिए---"इसे चुनाव बाद उलझन या सामंजस का सामना करना पड़ सकता है|"
* हुआ यह:-चुनाव बाद शिव सेना लम्बे समय तक इस उलझन या असमंजस में रही कि भाजपा के साथ जाए या न जाए| यहाँ तक कि शिव सेना ने 'नेता प्रतिपक्ष' का पद प्राप्त भी कर लिया था|
# हमने कहा था:-शिव सेना के लिए---"यह युति इसका मुख्यमंत्री बन पाने और अकेले सरकार बना पाने या सबसे बड़े दल के रूप में उभरने में बड़ी बाधक है|"
* हुआ यह:-शिव सेना का मुख्यमंत्री नहीं बन पाया| न तो यह पार्टी अकेले सरकार बना पायी और न ही सबसे बड़ा दल बन कर उभरी|
# हमने कहा था:-महाराष्ट्र के अंकों में इस बार परिवर्तन के योग हैं| ये योग 'पूर्ण रूपेण' वाले हैं| इसका तात्पर्य यह है कि यह परिवर्तन गठबंधन, दल व व्यक्ति, तीनों रूपों में होगा| इसका अर्थ सीधा-सा यह है कि कांग्रेस व एन सी पी का गठबंधन अब सत्ता में नहीं आएगा| इसका अर्थ यह भी हुआ कि इस गठबंधन के दोनों दल, कांग्रेस व एन सी पी भी सत्ता में नहीं आएँगे|"
* हुआ यह:-महाराष्ट्र में सत्ता का रूप गठबंधन, व्यक्ति व दल; तीनों ही रूपों में बदल गया| भाजपा-शिव सेना का नया गठबंधन, नए व्यक्ति के रूप में देवेन्द्र फड़नवीस व नए दल के रूप में भाजपा सत्ता में आयी| कांग्रेस व एन सी पी सत्ता में नहीं आ पायी|
# हमने कहा था:-सीटों के मामले में शिव सेना दूसरे स्थान पर आ सकती है|"
* हुआ यह:-शिव सेना सीटों के मामले में दूसरे स्थान पर रही|
# हमने कहा था:-"भाजपा को 109 से 114 सीटें, शिव सेना को 67 से 74, एन सी पी को 40 से 47 व कांग्रेस को 29 से 37 सीटें मिल सकती हैं|"
* हुआ यह:-भाजपा को 122, शिव सेना को 63, एन सी पी को 41 व कांग्रेस को 42 सीटें मिलीं|
# हमने कहा था:-"मुख्यमंत्री का निर्णय 20 अक्टूबर तक हो पाएगा, इस बात की संभावना बहुत कम है|"
* हुआ यह:-मुख्यमंत्री का निर्णय 26 अक्टूबर के भी बाद हुआ|
# हमने कहा था:-"भाजपा का मुख्यमंत्री बनने की स्थिति में निर्णय प्रकाश जावड़ेकर, विनोद तावड़े और देवेन्द्र फड़नवीस में से होता दिख रहा है|"
* हुआ यह:-देवेन्द्र फड़नवीस मुख्यमंत्री बने|
          अब आप ख़ुद ही देख लीजिए कि हमारी उक्त भविष्यवाणी कितनी सही साबित हुई| अगली पोस्ट में हम बात करेंगे महाराष्ट्र के साथ ही हुए हरियाणा विधानसभा चुनाव के बारे में की गयी हमारी भविष्यवाणी की| तब तक के लिए आज्ञा दीजिए| ........... जय श्री राम|
          

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