जय श्री राम ............ आदरणीय मित्रो, विधान सभा चुनावों की चर्चा के इस क्रम में अब बात करते हैं सुदूर दक्षिणी राज्य 'केरल' की| इस राज्य में 'म्यूज़िकल चेयर' का खेल रहा करता है यानि काँग्रेसनीत मोर्चा व वाम मोर्चा बारी-बारी से सत्तासीन होते हैं| तो क्या इस बार भी ऐसा ही होगा या फिर तमिलनाडू और पश्चिम बंगाल की तरह यहाँ भी वर्तमान सत्तासीन समूह फिर से सत्ता में आएगा?
केरल : 01-11-1956
गुरुवार
मूलांक:-1
भाग्यांक:-6 आयु-अंक:-6 (60
वाँ) नामांक;-5 दिन-अंक:-3
चलित दशा:-अंक 6 (वर्ष 2014 से वर्ष 2019 तक)
मतगणना : 19-05-2016
गुरुवार
मूलांक:-1
भाग्यांक:-6 दिन-अंक:-3 चलित अंक:-6 वर्षांक:-9
विधान सभा अंक:-5 (14 वीं)
सबसे पहले तो यह देखते हैं कि स्वयं केरल राज्य के अंक क्या कहते हैं? केरल का
मूलांक 1 मतगणना के मूलांक 1 के साथ प्रतिरूप युति बनाता है| यह युति नेतृत्व के पक्ष में जाती है| यही अंक 1
विधान सभा अंक 5 के साथ प्रबल मित्र युति बनाता है| यह युति
नेतृत्व सम्बन्धी अस्थिरता या डावांडोल स्थिति बताती है|
केरल का भाग्यांक 6+केरल का आयु-अंक 6 मतगणना के भाग्यांक 6+मतगणना के चलित अंक 6
के साथ प्रतिरूप युति अंक 1 की पीछे वर्णित युतियों के साथ यह बताती है कि इस बार
नेतृत्व के मामले में अंक 6 का भ्रष्ट रूप महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाएगा यानि धन
सम्बन्धी भ्रष्टाचार व सैक्स स्कैंडल इस बार के चुनावी समर में निर्णायक भूमिका
निभाएगा| यह अंक 6 मतगणना के दिन-अंक 3 के साथ प्रबल विरोधी
युति व चुनावी वर्षांक 9 के साथ विरोधी युति बनाता है| ये
युतियाँ बताती हैं कि इस बार की चुनावी लड़ाई का निर्णय केरल के लिए सुगम, सहज व सरल नहीं रहेगा| यह उठापटक भरा व परिवर्तन
वाला रहेगा| इसका अर्थ यह हुआ कि इस बार सरकार बदल सकती है| इसी प्रकार केरल के नामांक 5 की मतगणना के दिन-अंक 3 व चुनावी वर्षांक 9
के साथ प्रबल विरोधी युति यह बताती है कि इस बार की मतगणना के परिणाम बहुत उठापटक
वाले व बड़े बदलाव वाले होंगे| यह बात वर्तमान नेतृत्व के
विरुद्ध जाती हैं| इसका अर्थ यह हुआ कि इस बार नयी सरकार व
नया नेतृत्व देखने को मिल सकता है| केरल का दिन-अंक 3
मतगणना के भाग्यांक 6+मतगणना के चलित अंक 6+विधान सभा अंक 5 के साथ मित्र युति व
मतगणना के दिन-अंक 3 के साथ प्रतिरूप युति बनाता है| अंक 3
निर्णय व नवीनता का है| अंक 3 की ये युतियाँ बताती हैं कि इस
बार मतगणना का निर्णय नवीन नेतृत्व के पक्ष में जा सकता है| केरल
राज्य को अभी अंक 6 की दशा चल रही है| यह वर्ष 2019 तक चलेगी| यह इस राज्य के भाग्यांक की दशा है| पिछली बार यह
दशा वर्ष 2005 में लगी थी| तब इसने मुख्यमन्त्री बदला था| इस बार यह दशा फिर मुख्यमन्त्री बदलेगी| या
परिवर्तन अभी तो होगा ही, इस के बाद एक बार और हो सकता है| केरल मूलांक 1 के प्रबल विरोधी अंक 8 व भाग्यांक के विरोशी अंक 9 के वर्ष
62 वें व 63 वें वर्ष में फिर मुख्यमन्त्री बदल सकता है| यह
मुख्यमन्त्री-परिवर्तन दुर्घटना/मृत्यु/असंतोष/बग़ावत के कारण होगा| उक्त अंकीय युतियाँ यह बताती हैं कि इस बार की चुनावी लड़ाई केरल में नया
नेतृत्व व नयी सरकार लाने जा रही है| यह नयी सरकार किस
पार्टी या गठबंधन की होगी, यह आगे के विश्लेषण में देखेंगे|
ओमन चांडी : 31-10-1943 : रविवार
मूलांक:-4
भाग्यांक:-4 आयु-अंक:-1 (73
वाँ) नामांक;-6 दिन-अंक:-1, 4
इस क्रम में
सबसे पहले बात करते हैं केरल के मौजूदा मुख्यमन्त्री ओमन चांडी की| क्या इनके अंक यह बताते हैं कि ये मुख्यमन्त्री के रूप में लगातार रहेंगे? चांडी के आयु-अंक 1+चांडी के दिन-अंक 1 केरल के मूलांक 1+मतगणना के
मूलांक 1 के साथ प्रतिरूप युति बनाता है| यह अंक 1+चांडी का
मूलांक 4+चांडी का भाग्यांक 4+चांडी का दिन-अंक 4 केरल के नामांक 5+विधान सभा अंक
5 के साथ प्रबल मित्र युति बनाता है| अंक 1 की प्रतिरूप युति
व अंक 5 के साथ युति नेतृत्व अनिश्चित स्थिति बताती है| इसी
प्रकार चांडी का मूलांक 4+चांडी का भाग्यांक 4+चांडी का दिन-अंक 4 की अंक 5 के साथ
युति इस अनिश्चितता वाली बात को पितृ दोष से जोड़ देती है| यह
समीकरण चांडी के फिर से मुख्यमन्त्री बनने के विरुद्ध जाता है| चांडी का नामांक 6 केरल के मूलांक 1+मतगणना के मूलांक 1 के साथ विरोधी
युति बनाता है| यह चांडी के विरुद्ध जाती है| यह अंक 6 केरल के दिन-अंक 3+मतगणना के दिन-अंक 3 के साथ प्रबल विरोधी
युति व चुनावी वर्षांक 9 के साथ विरोधी युति बनाता है| ये
युतियाँ चुनावी लड़ाई में विपरीत निर्णय बताती हैं| इसका अर्थ
यह हुआ कि इस बार के चुनाव-परिणाम चांडी के विरुद्ध जाएँगे|
केरल की अंक 6 की दशा ने पिछली बार चांडी के पद की बलि ले ली थी, इस बार भी ऐसा ही होगा| चांडी ने 18-05-2011 को
मुख्यमन्त्री के रूप में शपथ ली थी| इसके मूलांक व भाग्यांक
9 की इस बार प्रबल विपरीतता है| इस कारण चांडी को
मुख्यमन्त्री पद से विदा होना पड़ेगा| इनके समय की विपरीतता
तो इतनी अधिक है कि यदि इनका गठबंधन फिर से सत्ता में आ भी जाता तो इन्हें
मुख्यमन्त्री पद नहीं मिलता|
भारतीय राष्ट्रीय काँग्रेस : 02-01-1978 सोमवार
मूलांक:-2
भाग्यांक:-1 आयु-अंक:-3 (39
वाँ) नामांक;-3 दिन-अंक:-2, 7
सोनिया गांधी : 09-12-1946 सोमवार
मूलांक:-4
भाग्यांक:-4 आयु-अंक:-1 (73
वाँ) नामांक;-9 दिन-अंक:-2, 7
वी॰ एम॰ सुधीरन : 26-05-1948 : बुधवार
मूलांक:-8
भाग्यांक:-8 आयु-अंक:-5 (68
वाँ) नामांक;-1 दिन-अंक:-5
काँग्रेस
का भाग्यांक 1+सुधीरन का नामांक 1 केरल के मूलांक 1+मतगणना के मूलांक 1 के साथ
प्रतिरूप युति बनाता है| यह अंक 1 केरल के नामांक 5+विधान सभा अंक 5
के साथ प्रबल मित्र युति बनाता है| अंक 1 की प्रतिरूप युति व
अंक 5 के साथ युति नेतृत्व सम्बन्धी अनिश्चित स्थिति बताती है| काँग्रेस का मूलांक 2+काँग्रेस का दिन-अंक 2+सोनिया का दिन-अंक 2+सोनिया का आयु-अंक 7+सोनिया का दिन-अंक 7+काँग्रेस का दिन-अंक 7 केरल के
मूलांक 1+मतगणना के मूलांक 1+केरल के दिन-अंक 3+मतगणना के दिन-अंक 3 के साथ प्रबल
मित्र युति बनाता है| इस का अर्थ यह है कि मतगणना के परिणाम
काँग्रेस के बहुत अधिक विपरीत नहीं रहेंगे| ये युतियाँ
काँग्रेस की अच्छी स्थिति बताते हैं| इस बात को काँग्रेस के
नामांक 3+काँग्रेस के आयु-अंक 3 की केरल के दिन-अंक 3+मतगणना के दिन-अंक 3 के साथ
प्रतिरूप युति व केरल के नामांक 5+विधान सभा अंक 5+केरल के भाग्यांक 6+केरल के
आयु-अंक 6+मतगणना के भाग्यांक 6+मतगणना के चलित अंक 6 के साथ मित्र युति पुष्ट
करती है| अब तक की युतियाँ तो काँग्रेस के लिए अनुकूलता बता
रही हैं| सोनिया का भाग्यांक 5+सुधीरन का आयु-अंक 5+सुधीरन
का दिन-अंक 5 केरल के मूलांक 1+मतगणना के मूलांक 1 के साथ मित्र युति बनाता है| यह अंक 5 केरल के नामांक 5+विधान सभा अंक 5 के साथ प्रतिरूप युति बनाता
है| ये युतियाँ नेतृत्वगत अस्थिरता या डावांडोल स्थिति बताती
हैं| यह बात काँग्रेस के सर्वथा विपरीत जाती हैं| इस अंक 5 की केरल के दिन-अंक 3+मतगणना के दिन-अंक 3+चुनावी वर्षांक 9 के
साथ प्रबल विपरीत युति चुनावी लड़ाई में निर्णयगत विपरीतता बताती है| इसका अर्थ यह हुआ कि इस बार की चुनावी लड़ाई का परिणाम काँग्रेस के पक्ष
में 'नेतृत्वकारी रूप में' नहीं होगा
यानि कि यह पार्टी इस बार सत्ता पर काबिज़ नहीं हो पाएगी| सुधीरन
का मूलांक 8+सुधीरन का भाग्यांक 8 केरल के मूलांक 1+मतगणना के मूलांक 1 के साथ
प्रबल विरोधी युति बनाता है| यह पितृ द्रोह युति है, जो कि नेतृत्व के विरुद्ध जाती है| यह अंक 8 केरल
के दिन-अंक 3+मतगणना के दिन-अंक 3 के साथ मित्र युति बनाता है, जो कि निर्णय सम्बन्धी उठापटक व परिवर्तन बताती है|
यह अंक 8 केरल के नामांक 5+विधान सभा अंक 5 के साथ विरोधी युति बनाता है, जो कि विचलन व परिवर्तन बताती है| सोनिया का मूलांक
9+सोनिया का नामांक 9 केरल के दिन-अंक 3+मतगणना के दिन-अंक 3 के साथ प्रबल मित्र
युति व चुनावी वर्षांक 9 के साथ प्रतिरूप युति बनाता है| ये
युतियाँ चुनावी लड़ाई में अनुकूलता बताती हैं| इसका अर्थ यह
हुआ कि इस चुनावी लड़ाई में काँग्रेस की स्थिति कोई बहुत बुरी नहीं रहेगी| इसे अच्छी संख्या में सीटें मिल सकती हैं| यह अंक 9
केरल के नामांक 5+विधान सभा अंक 5 व केरल के भाग्यांक 6+मतगणना के भाग्यांक 6+मतगणना
के चलित अंक 6+केरल के आयु-अंक 6 के साथ विरोधी युति बनाता है| ये युतियाँ चुनावी लड़ाई मे उठापटक सम्बन्धी विपरीतता बताती हैं| इस अंकीय विश्लेषण से स्पष्ट है कि केरल में इस बार काँग्रेस को सत्ता से
बाहर होना पड़ेगा| हाइन, उसे तसल्ली इस बात
की हो सकती है कि उसका हाल लोक सभा जितना 'बहुत बुरा' नहीं होगा| उसे सम्मानजनक संख्या में सीटें मिल सकती
हैं|
कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इण्डिया : 26-12-1925 शनिवार
मूलांक:-8
भाग्यांक:-1 आयु-अंक:-1 (91 वाँ) नामांक;-8 दिन-अंक:-8
सुरावरम सुधाकर रेड्डी : 25-03-1942 बुधवार
मूलांक:-7 भाग्यांक:-8 आयु-अंक:-3 (75 वाँ)
नामांक;-3 दिन-अंक:-5
कनम राजेन्द्रन : 10-11-1950 शुक्रवार
मूलांक:-1 भाग्यांक:-9 आयु-अंक:-3 (66 वाँ) नामांक;-3 दिन-अंक:-6
सीपीआई का
भाग्यांक 1+सीपीआई का आयु-अंक 1+कनम का मूलांक 1 केरल के मूलांक 1+मतगणना के
मूलांक 1 के साथ प्रतिरूप युति बनाता है| यह अंक 1
केरल के नामांक 5+विधान सभा अंक 5 के साथ प्रबल मित्र युति बनाता है| अंक 1 की प्रतिरूप युति व अंक 5 के साथ युति नेतृत्व सम्बन्धी डावांडोल स्थिति
बताती है| रेड्डी का आयु-अंक 3+रेड्डी का नामांक 3+कनम का आयु-अंक
3+कनम का नामांक 3 केरल के दिन-अंक 3+मतगणना के दिन-अंक 3 के साथ प्रतिरूप युति व केरल
के नामांक 5+विधान सभा अंक 5+केरल के भाग्यांक 6+केरल के आयु-अंक 6+मतगणना के
भाग्यांक 6+मतगणना के चलित अंक 6 के साथ मित्र युति पुष्ट करती है| अंक 3 की प्रतिरूप युति निर्णय संबंधी अनुकूलता स्थिर करती है, तो अंक 3 की अंक 5 के साथ युति निर्णयगत अस्थिरता व अंक 3 की अंक 6 के साथ
युति इस अवस्था का सुख-भंग बताता है| अतः यह कहा जा सकता है कि
सीपीआई के लिए इस बार के चुनाव-परिणाम सुखद रहने वाले हैं| हाँ, कुछ महत्त्वपूर्ण अंकीय समीकरणों के विपरीत बैठने के कारण इसे 'धांसू लाभकारी स्थिति' नहीं रहेगी| रेड्डी का दिन-अंक केरल के मूलांक 1+मतगणना के मूलांक 1 के साथ मित्र
युति बनाता है| यह अंक 5 केरल के नामांक 5+विधान सभा अंक 5
के साथ प्रतिरूप युति बनाता है| ये युतियाँ नेतृत्वगत
अस्थिरता या डावांडोल स्थिति बताती हैं| यह बात सीपीआई को सत्ता
का मुखिया नहीं बनने देंगी| इस अंक 5 की केरल के दिन-अंक
3+मतगणना के दिन-अंक 3+चुनावी वर्षांक 9 के साथ प्रबल विपरीत युति भी यही बताती है
कि सीपीआई के लिए इस बार चुनाव-परिणाम बहुत बड़ी उछल वाले नहीं रहेंगे| सीपीआई का मूलांक 8+रेड्डी का भाग्यांक 8+सीपीआई का नामांक 8+सीपीआई का दिन-अंक
8 केरल के मूलांक 1+मतगणना के मूलांक 1 के साथ प्रबल विरोधी युति बनाता है| यह पितृ द्रोह युति है, जो कि नेतृत्व के विरुद्ध
जाती है| यह अंक 8 केरल के दिन-अंक 3+मतगणना के दिन-अंक 3 के
साथ मित्र युति बनाता है, जो कि निर्णय सम्बन्धी उठापटक व
परिवर्तन बताती है| यह अंक 8 केरल के नामांक 5+विधान सभा अंक
5 के साथ विरोधी युति बनाता है| ये युतियाँ उठापटक से लाभ बताती
हैं| कनम का भाग्यांक 9 केरल के दिन-अंक 3+मतगणना के दिन-अंक
3 के साथ प्रबल मित्र युति व चुनावी वर्षांक 9 के साथ प्रतिरूप युति बनाता है| ये युतियाँ चुनावी लड़ाई उठापटक के पक्ष रहना व अनुकूलता रहना बताती हैं| रेड्डी का मूलांक 7 केरल के मूलांक 1+मतगणना के मूलांक 1+केरल के दिन-अंक
3+मतगणना के दिन-अंक 3 के साथ प्रबल मित्र युति बनाता है| यह
युति 'गठबंधन में रहने से लाभ' बताती है| अतः सीपीआई को वाम मोर्चे मे रहने का लाभ तो मिलेगा| कनम का दिन-अंक 6 केरल के मूलांक 1+मतगणना के मूलांक 1 के साथ विरोधी
युति बनाता है| यह सीपीआई के विरुद्ध जाती है| यह अंक 6 केरल के दिन-अंक 3+मतगणना के दिन-अंक 3 के साथ प्रबल विरोधी
युति व चुनावी वर्षांक 9 के साथ विरोधी युति बनाता है| इस कारण
सीपीआई केरल की सत्ता की मुखिया नहीं बन पाएगी| उक्त अंकीय विश्लेषण
यह बताता है कि इस बार सीपीआई को सत्ता सुख मिल सकता है| यह तभी
संभव है, जबकि वाम मोर्चा सत्ता मे आए|
अतः यह कहा जा सकता है कि इस बार वाम मोर्चा सत्ता पाने जा रहा है|
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी : 07-11-1964 शनिवार
मूलांक:-7 भाग्यांक:-2 आयु-अंक:-7 (52 वाँ) नामांक;-1 दिन-अंक:-8
सीताराम येचुरी : 12-08-1952 मंगलवार
मूलांक:-1 भाग्यांक:-9 आयु-अंक:-3 (66 वाँ) नामांक;-3 दिन-अंक:-6
कोडिएरी बालकृष्णन (बाला) : 16-11-1953 सोमवार
मूलांक:-1 भाग्यांक:-9 आयु-अंक:-3 (66 वाँ) नामांक;-3 दिन-अंक:-6
येचुरी का
भाग्यांक 1+सीपीएम का नामांक 1 केरल के मूलांक 1+मतगणना के मूलांक 1 के साथ
प्रतिरूप युति बनाता है| यह अंक 1 केरल के नामांक 5+विधान सभा अंक 5
के साथ प्रबल मित्र युति बनाता है| अंक 1 की प्रतिरूप युति व
अंक 5 के साथ युति नेतृत्व सम्बन्धी अनिश्चित स्थिति बताती है| सीपीएम का भाग्यांक 2+बाला का दिन-अंक 2+बाला का मूलांक
7+बाला का दिन-अंक 7+सीपीएम का मूलांक 7+सीपीएम का आयु-अंक 7 केरल के मूलांक
1+मतगणना के मूलांक 1+केरल के दिन-अंक 3+मतगणना के दिन-अंक 3 के साथ प्रबल मित्र
युति बनाता है| ये युतियाँ गठबंधन से व गठबंधन को लाभ बताती हैं| ये युतियाँ काँग्रेस की अच्छी स्थिति बताती हैं| इस का अर्थ यह है कि
मतगणना के परिणाम सीपीएम के बहुत अनुकूल रहेंगे व इस का दिल ख़ुश कर देंगे| येचुरी का नामांक 3+येचुरी का मूलांक 3 की केरल के दिन-अंक 3+मतगणना के
दिन-अंक 3 के साथ प्रतिरूप युति व केरल के नामांक 5+विधान सभा अंक 5+केरल के
भाग्यांक 6+केरल के आयु-अंक 6+मतगणना के भाग्यांक 6+मतगणना के चलित अंक 6 के साथ
मित्र युति सीपीएम की इसी लाभ में रहने वाली स्थिति को पक्की करती है| कनम का भाग्यांक 9 केरल के दिन-अंक 3+मतगणना के दिन-अंक 3 के साथ प्रबल
मित्र युति व चुनावी वर्षांक 9 के साथ प्रतिरूप युति बनाता है| ये युतियाँ चुनावी लड़ाई उठापटक के पक्ष रहना व अनुकूलता रहना बताती हैं| इसका अर्थ यह हुआ कि इस बार की चुनावी लड़ाई का परिणाम सीपीएम के अनुकूल रह
सकता है| सीपीएम का दिन-अंक 8 केरल के मूलांक 1+मतगणना के
मूलांक 1 के साथ प्रबल विरोधी युति बनाता है| यह पितृ द्रोह
युति है, जो कि नेतृत्व के विरुद्ध जाती है| यह अंक 8 केरल के दिन-अंक 3+मतगणना के दिन-अंक 3 के साथ मित्र युति बनाता
है, जो कि निर्णय सम्बन्धी उठापटक व परिवर्तन बताती है| यह अंक 8 केरल के नामांक 5+विधान सभा अंक 5 के साथ विरोधी युति बनाता है| ये युतियाँ उठापटक से लाभ बताती हैं| अंक 8 की उक्त
युतियों के संयुक्त विश्लेषण का फल यह है कि इस बार मतगणना के परिणाम उठापटक व परिवर्तन
वाले रहेंगे तथा यह परिवर्तन सीपीएम के पक्ष में जाएगा| यह उठापटक
एक और रूप में भी होगी| सीपीएम में इस बार नेतृत्व के लिए दलगत
परिवर्तन व उठापटक हो सकती है| इसका अर्थ यह हुआ कि इस बार मुख्यमन्त्री
के नाम को लेकर बड़ी खींचातानी संभव है| यह भी संभव है कि वी॰
एस॰ अच्युतानन्दन को मुख्यमन्त्री न बनाया जाए| वैसे इस अंकीय
विश्लेषण को केरल के अंकीय विश्लेषण के साथ जोड़ कर देखा जाए तो ये दो निष्कर्ष प्रमुखता
से मिलते हैं कि (1) अच्युतानन्दन को ही मुख्यमन्त्री बनाया जाए और (2) जो कोई भी मुख्यमन्त्री
बने, केरल के 62 वें व 63 वें वर्ष यानि
कि 01-11-2017 से 31-10-2019 के बीच मुख्यमन्त्री बदलना है|
हमने उक्त गणनाओं में भारतीय जनता पार्टी का अंकीय विश्लेषण प्रस्तुत नहीं किया है| इसका कारण यह है कि भाजपा के अंकीय विश्लेषण में वह 'गौण अवस्था' में मिला| भाजपा यहाँ दहाई में भी सीटें पा लें तो 'चमत्कार' माना जाना चाहिए| यहाँ भाजपा को 2 से 5 सीटें मिल जाना भी अत्यंत सुखद होगा|
मित्रो, इसी के साथ ही विधान सभा चुनावों की इस चर्चा को अब यहीं विराम देंगे| वर्ष 2011 में तो हमने इन चारों राज्यों के साथ पुड्डुचेरी के बारे में भी भविष्यवाणी कि थी, मगर इस बार समयाभाव के कारण ऐसा नहीं कर रहे हैं| इन भविष्यवाणियों के रूप में हमने तो पूरी ईमानदारी से अपने ज्योतिषीय कर्त्तव्य का निर्वहन किया है| अब आगे हमारी 'कृपात्रयी' (परम पूज्य गुरुदेव देवरहा बाबा, माँ बगलामुखी और घोटेवाले) जानें| अब प्रतीक्षा करते हैं चुनाव-परिणाम की| उसके बाद फिर यहीं उस बारे में बात करेंगे तब तक के लिए ......... 'आज के आनंद की जय'| ............ जय श्री राम
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