अंक ज्योतिषी, अंग ज्योतिषी, राजनीतिक विश्लेषक-सलाहकार, नाटककार, शायर, अकादमिक, सम्प्रेरक वक्ता

बुधवार, 9 अप्रैल 2014

लोकसभा चुनाव-2014 : भाग-2 : डॉ. मनमोहन सिंह---अब इतिहास का हिस्सा बनेंगे


जय श्री राम …………| आदरणीय मित्रो, प्रस्तुत है इस शृंखला का भाग-2| वैसे तो 21-22-23 दिसंबर, 2012 को जालंधर में ‘अखिल भारतीय सरस्वती ज्योतिष मंच’ की ओर से आयोजित अंतरराष्ट्रीय ज्योतिष सम्मलेन में अपने व्याख्यान में यह कह चुके हैं| साथ ही दिनांक 15 जनवरी, 2013 को अपने ब्लॉगों पर यहीं आपकी सेवा में भी सात भागों की शृंखला में यह बात रख चुके हैं| आज इसके भाग-2 में हमारे प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का अंकीय विश्लेषण प्रस्तुत है| यह विश्लेषण दैनिक ‘पंजाब केसरी’ की वेबसाइट http://www.punjabkesri.in पर दिनांक 15 फरवरी, 2014 को प्रकाशित हो चुका है|
जन्म-दिनांक:-26-09-1932
मूलांक:-8         भाग्यांक:-5           आयु अंक:-1 (82 वाँ वर्ष)             नामांक:-1               जन्म का चलित अंक:-6 (-)              चलित दशा:-अंक 6 (वर्ष 2014 से वर्ष 2019 तक)

             डॉ. मनमोहन सिंह का मूलांक 8 व भाग्यांक 5 है| मूलांक का वृहदंक है-26| अंक 2 स्त्री, दाम्पत्य, साझेदारी, मानसिक समृद्धि तथा अंक 6 इन से सम्बन्धित सुख का प्रतीक है| इनके योग-फल के रूप में अंक 8 की प्राप्ति से इनका फलित भंग हो जाता है| तात्पर्य यह है कि मनमोहन सिंह के यहाँ 'स्त्री वशीभूतावस्था' प्रबल है| इसे हम 'स्त्री दोष' भी कहते हैं| पारिवारिक स्तर पर जहाँ वे अपनी पुत्रियों व (विशेषकर) पत्नी के प्रभाव में रहते आये हैं, वहीं राजनीतिक स्तर पर तो समस्त विश्व जानता है कि सोनिया गांधी के प्रभाव में हैं| यह प्रभाव इनके लिए दु:खदायी ही है| ऐसे लोग मानसिक संताप से ग्रस्त रहते हैं| अंक 2, अंक 6 व अंक 8 का त्रिकोण ऐसे लोगों को या तो भावाभिव्यक्ति के अतिरेक से भर देता है या फिर भावाभिव्यक्ति-शून्य बना देता है| मनमोहन सिंह के यहाँ इनमें से दूसरी अवस्था है| यहाँ एक अन्य बात पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए| मनमोहन सिंह पितृ दोष से भी पीड़ित है| इनके यहाँ यह पितृ दोष 'निम्नस्थ अवस्था' का है| इसका तात्पर्य यह है कि जब ये किसी के अधीनस्थ (औपचारिक रूप से) होकर काम करते हैं, तब तो इन्हें यश व मान मिलता है; किन्तु जब ये स्वयं 'पितृ पुरुष' के रूप में आ जाते हैं तो इन्हें अपयश झेलना पड़ता है| यही कारण है कि नरसिंहराव के प्रधानमंत्री-काल में इन्होंने उनके (मातहत) वित्तमंत्री होकर काम किया, तब इन्हें प्रचुर यश मिला; किन्तु जब ये स्वयं प्रधानमंत्री बने तो इन्हें प्रचुर अपयश मिला (अब भी मिल ही रहा है)|
              डॉ. मनमोहन सिंह का आयु अंक 1 है| इसका वृहदंक है-82| यहाँ अंक 2 परिवार, दल, साझेदारी, सहयोग व समर्थन का है| अंक 1 नेतृत्व, मुखिया व नेता है| अंक 8 अंक 1 से साथ नेतृत्व की अवस्था को भंग करता है| इसका तात्पर्य यह है कि 25 सितम्बर, 2014 तक मनमोहन सिंह वर्तमान के (देश के मुखिया) पद से हट जाएँगे| इस में भी इनके इस आयु वर्ष का पहली अर्द्धली तो निकल जाएगी, मगर उतरती अर्द्धली (26-03-2014 से 25-09-2014) इनके पद की बलि ले लेगी| अब इनके अंकों को देश के अंकों के साथ मिलान कर भी देख लेते हैं| देश के मूलांक 6 के साथ इनका मूलांक 8 व भाग्यांक 5 समभाव सम्बन्ध रखता हैं| देश का भाग्यांक 8 इनके मूलांक 8 के साथ टकराहट की स्थिति तथा इनके भाग्यांक 5 के साथ विरोधी युति बना रहा है| देश का आयु अंक 4 इनके भाग्यांक 5 के साथ मित्र युति बना रहा है| इनका आयु अंक 1 व नामांक 1 देश के मूलांक 6 के साथ विरोधी युति बना रहा है| ये युतियाँ नेता के रूप में सुख-भंग की हैं, जो कि इन्हें फिर से प्रधानमंत्रीत्व का सुख नहीं लेने देंगी| देश का आयु अंक 4 इनके मूलांक 8, आयु अंक 1 व नामांक 1 के साथ प्रबल विरोधी युति बना रहा है| ये दोनों ही युतियाँ नेता पद पर इनके पुननिर्वाचन के मार्ग को असम्भव बना रही हैं| यहाँ एक बात विशेष ध्यान दिए जाने योग्य है| इनके मूलांक के वृहदंक 26 व इनके आयु अंक 82 में विद्यमान स्त्री अंक 2 की अनके आयु अंक 1 देश के आयु अंक 4 के साथ युति यह बता रही है कि इन्हें प्रतिस्थापित करने यानि इनके स्थान पर प्रधानमंत्री-पद ग्रहण करने वाला व्यक्ति कोई स्त्री हो सकती है या कि स्त्री अंकों वाला पुरुष हो सकता है| अतः कुल मिला कर यह कहा जा सकता है कि इन लोकसभा चुनावों के बाद डॉ. मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री पद पर अपने दस वर्षों के कार्यकाल के बाद इतिहास का हिस्सा बनने जा रहे हैं| अब देश को अन्य गठबंधन व अन्य दल वाला नया प्रधानमंत्री मिलने जा रहा है|       
                कल बात करेंगे यू पी ए सरकार की मुखिया 'भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस' यानि 'कांग्रेस' पार्टी की| तब तक के लिए आज्ञा दीजिए| ......... आज के आनंद की जय| ............ जय श्री राम|                

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें