जय श्री राम ............| आदरणीय मित्रो, यह है 'अंक प्रभा' के मार्च, 2012 अंक का पृष्ठ-8| यहाँ है हमारे कार्यकारी सम्पादक श्री कैलाश प्रज्ञ का नियमित स्तम्भ 'प्रसंगवश' और साथ ही 'बगलामुखी कवच'|
मित्रो, आज के लिए इतना| अब मिलेंगे कल| तब तक के लिए आज्ञा दीजिए| ......... आज के आनंद की जय| ............ जय श्री राम|
मित्रो, आज के लिए इतना| अब मिलेंगे कल| तब तक के लिए आज्ञा दीजिए| ......... आज के आनंद की जय| ............ जय श्री राम|
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