अंक ज्योतिषी, अंग ज्योतिषी, राजनीतिक विश्लेषक-सलाहकार, नाटककार, शायर, अकादमिक, सम्प्रेरक वक्ता

सोमवार, 24 अक्तूबर 2011

गद्दाफी : स्त्री अंकों के रहम-ओ-करम पर

जय श्री राम ............| आदरणीय मित्रो, यह है आज की अंतिम पोस्ट| लीबिया के तानाशाह शासक  कर्नल मुअम्मर अल गद्दाफ़ी का अंत हो गया है| आइए, अंक ज्योतिष के आईने में देखते हैं उनके जीवन को| इनका नामांक बनता है-8| इसका वृहदंक बनता है-53| अंक 3, 5 व 8 का त्रिकोण निर्णयगत तानाशाही बताता है| इन्हीं अंकों के कारण गद्दाफ़ी ने ऐसे-ऐसे निर्णय लिये कि जिनसे अवाम का जीना हराम हो गया| इस का मूलांक समीकरण 4-9-4 है| यहाँ पितृ अंक 4 की प्रधानता अंक 9 के साथ है| यह युति पितृ पुरुष के रूप में निरंकुशता को जन्म देता है| इनका जन्म 07 जून, 1942 को हुआ| इस कारण इनका मूलांक 7 व भाग्यांक 2 हुआ| ये दोनों ही स्त्री अंक हैं| इनके जन्म का वर्षांक भी 7 है| इनके जन्मांक का वृहदंक बनता है-29| इस वृहदंक का भाग्यांक के साथ त्रिकोण बनाने पर अंक 2 की अंक 9 के साथ प्रधानता की स्थिति बनती है| इस त्रिकोण और मूलांक के कारण ही गद्दाफ़ी तगड़े अय्याश के रूप में कुख्यात थे| इन्ही अंकों ने उन्हें 'औरतखोर' बनाया| गद्दाफ़ी ने लीबिया के जिस सम्राट इदरीस को पद से हटा कर सत्ता पर कब्ज़ा किया था, उस का नामांक भी स्त्री अंक 2 ही बनता है| गद्दाफ़ी ने 01-09-1969 को तख्ता पलट किया था| इसका मूलांक 1 व भाग्यांक 8 बनता है| यह पितृ द्रोह की युति है| गद्दाफ़ी का इदरीस को सत्ता-च्युत करना पितृ द्रोह ही तो था| गद्दाफ़ी ने कुल जमा 42 साल सत्ता चलायी| 43 वें साल में उनकी सत्ता समाप्त हुई| इसका अंक भी वही स्त्री अंक 7 बनता है| गद्दाफ़ी को वर्ष 2010 से स्त्री अंक 2 की दशा आरम्भ हुई, जो कि वर्ष 2011 तक चलनी थी| इस दशा ने अपना खेल खेल लिया और अपनी समाप्ति से पहले ही गद्दाफ़ी सत्ता समाप्त कर दी| ये स्त्री अंक गद्दाफ़ी की मृत्यु में भी पूर्ण प्रभाव से उपस्थित हैं| उनकी मृत्यु 20-10-2011 को हुई| यहाँ मृत्यु का मूलांक 2 व भाग्यांक 7 है| ये दोनों तो स्त्री अंक हैं ही, साथ ही यहाँ अंकों का एक और कमाल भी है| गद्दाफ़ी के जन्म के जो मूलांक-भाग्यांक हैं, उनकी मृत्यु में वे ही स्त्री अंक व्यतिक्रम रूप में उपस्थित हैं| इनकी क्रमबद्धता एक चक्र पूर्ण करती हैं| यहाँ यह क्रम जीवन के रूप में था| गद्दाफ़ी की मृत्यु उम्र के 70 वें वर्ष में उनकी मृत्यु हुई| यहाँ भी स्त्री अंक (7) की प्रधानता है| इन्हीं स्त्री अंकों के कारण ही गद्दाफ़ी महिला अंगरक्षक रखता था| इस प्रकार यह साफ़ तौर पर सिद्ध हो जाता है कि गद्दाफी के जीवन में स्त्री अंकों का ही सब कुछ किया-धरा था| लीबिया के इस तानाशाह का समूचा जीवन स्त्री अंकों (2 व 7) के रहमो-करम पर था|        
                       ......... सब का सब भाग्य का विचित्र खेल है| ......... आज के आनंद की जय| ............ जय श्री राम|

     

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