जय श्री राम ............ | आदरणीय मित्रो,कल हम ने आप से निवेदन किया था कि आज की यह पोस्ट हमारे इस BLOGSPOT वाले ब्लॉग की 100 वीं पोस्ट के रूप में होगी | तो लीजिए हाज़िर है आप की सेवा में यह पोस्ट | 23 नवम्बर,2009 को इस ब्लॉग की पहली पोस्ट स्वागतार्थ थी | तब से अब तक 10 महीनों के इस सफ़र में 7000 से ज़्यादा पाठक और 83 समर्थक/अनुसरणकर्ताओं के आशीर्वाद के साये तले यह ब्लॉग निरंतर आगे बढ़ रहा है | इसे आरम्भ करते समय से हम यह कहते आ रहे हैं कि इस ब्लॉग के समर्थकों/अनुसरणकर्ताओं को उन के मूलांक का अंकज्योतिष और बॉडी लैंग्वेज पर आधारित विश्लेषण नि:शुल्क भेजा जाएगा | अब तक यह प्रक्रिया तैयारी के चरण में थी | अब तैयार है | हमारे सभी समर्थकों/अनुसरणकर्ताओं से यह निवेदन है कि आप हमें अपने जन्म का पूर्ण विवरण (दिन,दिनांक,समय व स्थान) तथा ई मेल पता भेजें | हमें आप के जन्म-विवरण में अगर कोई और बात भी ख़ास लगी,तो वह भी आप की सेवा में रख देंगे | हाँ,हम आप को यह सारी जानकारी निजी तौर पर आप के ई मेल से ही देंगे,सार्वजनिक रूप से यहाँ नहीं | अभी यह सुविधा हमारे WORDPRESS और MEDIA CLUB OF INDIA वाले ब्लॉगों पर नहीं है | जब कभी अनुकूलता हुई तो वहाँ भी यह सुविधा आरम्भ करने का प्रयास करेंगे | आप को इस ब्लॉग पर कोई कमी अथवा आवश्यकता जान पड़े तो हमें अवश्य बताइएगा | हम यह बात खुले तौर पर स्वीकारते रहे हैं कि हम ब्लॉगिंग के बारे में ज़्यादा कुछ नहीं जानते | जो कुछ सीखा है,वह यहीं लिखते-लिखते ही सीखा है | मित्रो,आप इस बात पर गर्व कर सकते हैं कि आप के आशीर्वाद से फल-फूल रहे अंक ज्योतिष और बॉडी लैंग्वेज पर आधारित हमारे ये तीनों ब्लॉग सर्वथा अनूठे और यूनिक हैं | दो बातें और | पहली बात ---कुछ मित्रों को यहाँ का टिप्पणी मोडरेशन अखरता है,मगर ऐसा करना बहुत ज़रूरी हो गया था | आरम्भ में तीनों ही ब्लॉग इस से मुक्त थे,मगर कुछ लोगों ने इन्हें अपनी खाला का खेत समझ लिया कि गधों की तरह जब चाहा-जैसे चाहा,उल-जुलूल कुछ भी लिख मारा | यह हमारी मेहनत का सरासर अपमान था | अभी भी हम लगभग हर टिप्पणी प्रकाशित करते हैं,भले ही हम टिप्पणीकर्ता के विचारों से सहमत हों कि ना हों | आप सार्थक रूप में सोद्देश्यपूर्ण ढंग से अपने विचार रखिए | सदा स्वागत है | आप कोई सुझाव दे सकते हैं | यदि आप हमारे विषय (अंक ज्योतिष और बॉडी लैंग्वेज) से सम्बन्धित किसी भी बिंदु पर जानकारी चाहते हैं तो निर्द्वंद्व भाव से हमें लिखिए | आप की हर बात हमें शिरोधार्य है | दूसरी बात---हम ने ब्लॉगों पर नि:शुल्क परामर्श बंद कर दिया है | बार-बार इस सूचना के बाद भी कुछ पाठक इस का आग्रह कर हमें शर्मिंदा करते हैं | कृपया ऐसा न करें | ज्योतिष हमारे लिए पूर्ण-कालिक कर्म है | आप जिस से जीवन के लिए मार्ग-दर्शन जैसी अत्यंत महत्त्वपूर्ण बात की अपेक्षा करते हैं,उस के लिए सेवा-शुल्क देने की आदत भी डालिए | मुफ़्तखोरी की आदत सभ्य लोगों को शोभा नहीं देती |
अब करते हैं वह बात,जिस के लिए हम ने कल की पोस्ट में आप से वादा किया था कि वह जान कर आप का दिल खिल उठेगा | वह बात यह है कि घोटेवाले,माँ बगलामुखी और परम पूज्य गुरुदेव देवराहा बाबा के आशीर्वाद से हम एक मासिक पत्र का प्रकाशन नवम्बर माह से आरम्भ करने जा रहे हैं | 'अंक प्रभा' नाम का यह पत्र अंकज्योतिष और बॉडी लैंग्वेज पर आधारित देश का एकमात्र पत्र होगा | अभी तो यह मासिक रूप में प्रकशित होगा,मगर फरवरी,२०११ से यह पाक्षिक रूप में प्रकशित होगा | जयपुर से प्रकशित होने वाले इस पत्र के सम्पादक का दायित्व श्री कैलाश प्रज्ञ संभालेंगे | प्रधान सम्पादक का दायित्व आप के इस मित्र कुमार गणेश को मिला है | इस पत्र को भी आपके आशीर्वाद रुपी प्राण-वायु की आवश्यकता रहेगी | इस पत्र से सम्बन्धित अन्य विशिष्ट और विस्तृत जानकारी बहुत जल्द आप की सेवा में रखेंगे |
आज बस इतना ही | अब आज्ञा दीजिए | ......... आज के आनंद की जय | ......... जय श्री राम |
aapko bahut bahut badhai!
जवाब देंहटाएं100वी पोस्ट के लिए बधाई और आने वाली पत्रिका के लिए हार्दिक शुभकामनाएं। मां से प्रार्थना करता हूं कि जो अहम कार्य आपके द्वारा आरंभ कराने का उन्होंने सोचा है उसके लिए आपको भरपूर सहायता और सामर्थ्य दे।
जवाब देंहटाएंशुभम
आपका मित्र