अंक ज्योतिषी, अंग ज्योतिषी, राजनीतिक विश्लेषक-सलाहकार, नाटककार, शायर, अकादमिक, सम्प्रेरक वक्ता

शुक्रवार, 13 मई 2016

पश्चिम बंगाल विधान सभा चुनाव : फिर आएगी ममता पर 'ममता'

जय श्री राम ............ आदरणीय मित्रो, बहुत दिन बाद आज आपसे फिर बात कर रहे हैं| आज की बातें करेंगे कुछ राज्यों में हो रहे विधान सभा चुनाव की| इस में सबसे पहले बात करते हैं पश्चिम बंगाल की| 
पश्चिम बंगाल : 01-05-1960      रविवार
मूलांक:-1     भाग्यांक:-4     आयु-अंक:-3 (57 वाँ वर्ष)    नामांक:-18+19=37=1      दिन-अंक:-1, 4

मतगणना : 19-05-2016     गुरुवार
मूलांक:-1     भाग्यांक:-6      दिन-अंक:-3    विधान सभा अंक:-7 (16 वीं)    वर्षांक:-9    चलित अंक:-6
   सबसे पहले तो यह देखते हैं कि पश्चिम बंगाल राज्य के अंक क्या संकेत कर रहे हैं? पश्चिम बंगाल का मूलांक 1+राज्य का दिन-अंक1+राज्य का नामांक 1 मतगणना के मूलांक 1 के साथ प्रतिरूप युति बनाता है| यह वर्तमान नेतृत्व के पक्ष में जाती है| राज्य का आयु-अंक 3 मतगणना के दिन-अंक 3 के साथ प्रतिरूप युति बनाता है| यह युति निर्णयगत यथास्थिति बताती है| इसका मतलब यह हुआ कि मतगणना के बाद सत्ता की अभी वाली स्थिति ही रहेगी यानि सत्ता पर वर्तमान क़ाबिज़ पक्ष (तृणमूल काँग्रेस) फिर से अपना कब्ज़ा कर लेगी| इसी अंक 3 की मतगणना के भाग्यांक 6+मतगणना के चलित अंक 6+विधान सभा अंक 7 के साथ मित्र युति बताती है कि मतगणना का परिणाम वर्तमान नेतृत्व के पक्ष में रह सकता है| हाँ, इसके साथ यह होगा कि इस बार के चुनाव-परिणाम में कुछ खास विस्मयकारी बातें सामने आ सकती हैं, जैसे कि कोई बड़ा नेता अनपेक्षित रूप से हार जाए या फिर नेतृत्व का चहेता या वर्तमान मंत्रिमण्डल का खास चेहरा चुनाव हार जाए| पश्चिम बंगाल के निर्माण के समय अंक 7 का वर्ष था तथा अगले ही वर्ष अंक 7 की दशा आरंभ हुई| अंक 7 कि यह दशा फिर वर्ष 1988 में लगी| तब इस दशा ने तब के नेतृत्वकारी व्यक्ति व दल को सत्ता में बरक़रार रखा था| यह दशा प॰ बंगाल को वर्ष 2015 में फिर लगी है| यह वर्तमान नेतृत्व (तृणमूल काँग्रेस व ममता बनर्जी) को सत्ता में बरक़रार रखेगी| यह दशा वर्ष 2021 तक चलेगी, अतः तब तक तो तृणमूल काँग्रेस व ममता को सत्ता से बेदखल नहीं किया जा सकेगा|
  
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी : 07-11-1964      शनिवार
मूलांक:-7      भाग्यांक:-2     आयु-अंक:-7 (52 वाँ वर्ष)      नामांक:-1       दिन-अंक:-8

सीताराम येचुरी : 12-08-1952   मंगलवार 
मूलांक:-3       भाग्यांक:-1      आयु-अंक:-1  (64 वाँ वर्ष)      नामांक:-3        दिन-अंक:-9

सूर्यकांत मिश्रा : 18-04-1949    सोमवार
मूलांक:-9    भाग्यांक:-9   आयु-अंक:-5 (68 वाँ वर्ष)   नामांक:-09+13+16=38=2    दिन-अंक:-2,
       अब राज्य के प्रमुख विपक्षी दल सीपीएम की बात करते हैं| सीपीएम का नामांक 1+येचुरी का भाग्यांक 1+येचुरी का आयु-अंक 1 राज्य के मूलांक 1+राज्य के नामांक 1+मतगणना के मूलांक 1+राज्य के दिन-अंक 1 के साथ प्रतिरूप युति बनाता है| यह नेतृत्व को अनुकूलता बताती है| यह अंक 1 राज्य के भाग्यांक 4+राज्य के दिन-अंक 4+मतगणना के भाग्यांक 6+मतगणना के चलित अंक 6 के साथ विरोधी युति बनाता है| ये युतियाँ इस पार्टी को राज्य के भाग्य में निर्णायक भूमिका निभाने नहीं देंगी| साथ ही यह पार्टी राज्य की 'पितृ भूमिका' में नहीं आ पाएगी यानि सत्ता की मुखिया भी नहीं बन पाएगी| येचुरी का मूलांक 3+येचुरी का नामांक 3 राज्य के आयु-अंक 3+मतगणना के दिन-अंक 3 के साथ प्रतिरूप युति बनाता है| यह अंक 3 मतगणना के भाग्यांक 6+मतगणना के चलित अंक 6+विधान सभा अंक 7 के साथ मित्र युति बनाता है| ये युतियाँ गठबंधन के रूप में मतगणना के दिन अनुकूलता बताती हैं| इनसे पहले आयी युतियों के साथ इसका अर्थ यह हुआ कि इस विधान सभा में इस पार्टी की सीटें बढ़ सकती हैं| न सिर्फ़ इस पार्टी की, बल्कि इसके गठबंधन की साथी पार्टियों की सीटें भी बढ़ सकती हैं| सीपीएम का आयु-अंक 7+सीपीएम का मूलांक 7+मिश्रा का दिन-अंक 7+सीपीएम का भाग्यांक 2+मिश्रा का दिन-अंक 2+मिश्रा का भाग्यांक 2 राज्य के मूलांक 1+राज्य के नामांक 1+राज्य के दिन-अंक+मतगणना के मूलांक 1+राज्य के आयु-अंक 3+मतगणना के दिन-अंक 3+राज्य के भाग्यांक 4+राज्य के दिन-अंक के साथ मित्र युति यह बताती है कि मतगणना का परिणाम इस पार्टी व गठबंधन की इसकी साथी पार्टियों के लिए उत्साहजनक रह सकता है| इस अंक 7 की विधान सभा अंक 7 के साथ प्रतिरूप युति उक्त फल में वृद्धि करती है| सीपीएम के भाग्यांक 2 की विधान सभा अंक 7 के साथ विरोधी युति यह बताती है कि इस विधान सभा में इस पार्टी का विचारधारा से बाहर की पार्टी के साथ लंबा साथ नहीं चलेगा| इस दायरे में तो काँग्रेस पार्टी आती है| अतः अभी भले ही सीपीएम का काँग्रेस के साथ गठबंधन है, मगर यह लंबा सफ़र नहीं तय करेगा तथा इसी विधान सभा के कार्यकाल में ये पार्टियाँ अलग हो जाएँगी| सीपीएम का दिन-अंक 8 राज्य के मूलांक 1+राज्य के नामांक 1+राज्य के दिन-अंक 1+मतगणना के मूलांक 1+राज्य के भाग्यांक 4+राज्य के दिन-अंक 4 के साथ प्रबल विरोधी युति बनाता है| यह युति इसके पितृ अवस्था प्राप्त करने में ज़बरदस्त बाधक है| ये इस पार्टी को सत्ता पर क़ाबिज़ नहीं होने देगी| सीपीएम का दिन-अंक 8 राज्य के आयु-अंक 3+मतगणना के दिन-अंक 3+विधान सभा अंक7+चुनावी वर्षांक 9 के साथ मित्र युति यह बताती है कि पिछली बार की तुलना में इस बार इस पार्टी की सीटें बढ़ सकती हैं| मिश्रा का आयु-अंक 5 राज्य के मूलांक 1+राज्य के नामांक 1+राज्य के दिन-अंक 1+मतगणना के मूल अंक 1 राज्य के भाग्यांक 4+राज्य के दिन-अंक 4 के साथ मित्र युति तथा विधान सभा अंक 7 के साथ प्रबल युति बनाता है| ये युतियाँ इस विधान सभा में इस पार्टी की अच्छी स्थिति बताती है| इस अंक 5 की राज्य के आयु-अंक 3+मतगणना के दिन-अंक 3+चुनावी वर्षांक 9 के साथ प्रबल विरोधी युति बनाता है|ह युति चुनावी लड़ाई में प्रभुत्व स्थापित नहीं होने देती है| इस कारण अच्छी स्थिति होने के बाद भी यह पार्टी राज्य का मुखिया नहीं हो पाएगी यानि राज्य की सत्ता पर क़ाबिज़ नहीं हो पाएगी| येचुरी का दिन-अंक 9+मिश्रा का मूलांक 9+मिश्रा का भाग्यांक 9 मतगणना के भाग्यांक 6+मतगणना के चलित अंक 6+विधान सभा अंक 7 के साथ विरोधी युति भी यह बताती है कि यह मतगणना इस विधान सभा में इस पार्टी की प्रभुत्वकारी स्थिति नहीं बनने देगी| इस अंक 9 की राज्य के आयु-अंक 3+मतगणना के दिन-अंक 3 के साथ प्रबल मित्र युति तथा चुनावी वर्षांक 9 के साथ प्रतिरूप युति यह बताती है कि इस पार्टी के प्रभाव में इस बार वृद्धि होगी| यह वृद्धि सीटों की संख्या में बढ़ोतरी के रूप में हो सकती है|     

भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी : 26-12-1925    शनिवार
मूलांक:-8     भाग्यांक:-1    आयु-अंक:-1 (91 वाँ वर्ष)    नामांक:-8    दिन-अंक:-8 

सुरावाराम सुधाकर रेड्डी : 25-03-1942     बुधवार
मूलांक:-7    भाग्यांक:-8     आयु-अंक:-3  (75 वाँ वर्ष)    नामांक:-3     दिन-अंक:-5  
       अब बात करते हैं वाम मोर्चे की एक और बड़ी पार्टी सीपीआई की| सीपीआई का आयु-अंक 1+सीपीआई का भाग्यांक 1 राज्य के मूलांक 1+ राज्य के नामांक 1+राज्य के दिन-अंक 1+मतगणना के मूलांक 1 के साथ प्रतिरूप युति बनाता है| यह नेतृत्व के लिए अनुकूल है, किन्तु यह अंक 1 राज्य के भाग्यांक 4+राज्य के दिन-अंक 4 के साथ पितृ दोष की युति बनाता है| यह युति राज्य की पितृ अवस्था प्राप्त करने में बाधक है| इसका अर्थ यह है कि यह पार्टी राज्य में सबसे बड़ी स्थिति में नहीं आ पाएगी और न ही सत्ता पर काबिज़ हो पाएगी| रेड्डी के आयु-अंक 3 राज्य के आयु-अंक 3+मतगणना के दिन-अंक 3 के साथ प्रतिरूप युति तथा मतगणना के भाग्यांक 6+मतगणना के चलित अंक 6 के साथ मित्र युति बनाता है| ये दोनों युतियाँ इस पार्टी के लिए अच्छी ख़बर देने वाली हैं| इस पार्टी की सीटों में पिछली बार की तुलना में इस बार बढ़ोतरी हो सकती है| रेड्डी का दिन-अंक 5 राज्य के मूलांक 1+राज्य के नामांक 1+राज्य के दिन-अंक 1+मतगणना के मूलांक 1+राज्य के भाग्यांक 4+राज्य के दिन-अंक 4 के साथ मित्र युति व विधान सभा अंक 7 के साथ प्रबल मित्र युति बनाता है| पहली युति जहाँ पितृ अवस्था में वृद्धि की है, वहीं दूसरी युति गठबंधन से लाभ व गठबंधन के साथ दलों को लाभ बताती है| इसका अर्थ यह हुआ कि इस बार एक ओर जहाँ सीपीआई को लाभ होगा, वहीं दूसरी ओर इसके गठबंधन की साथी पार्टियाँ भी लाभ में रहेंगी| यह बात मार्क्सवादी पार्टी के अंकीय विश्लेषण में भी आ रही है| रेड्डी के इस दिन-अंक 5 की राज्य के आयु-अंक 3 +मतगणना के दिन-अंक 3+चुनावी वर्षांक 9 के साथ प्रबल विरोधी युति यह बताती है कि मतगणना का परिणाम इस पार्टी के लिए चुनावी लड़ाई में विजयदायी नहीं रहेंगे| रेड्डी का मूलांक 7 राज्य के मूलांक 1+राज्य के नामांक 1+राज्य के दिन-अंक+मतगणना के मूलांक 1 व राज्य के भाग्यांक 4+राज्य के दिन-अंक 4 तथा राज्य के आयु-अंक 3+मतगणना के दिन-अंक 3 के साथ प्रबल मित्र युति और विधान सभा अंक 7 के साथ प्रतिरूप युति बनाता है| ये युतियाँ बताती हैं कि गठबंधन में प्रभुत्व-वृद्धि होगी यानि अभी की तुलना में सीटें बढ़ेंगी और गठबंधन में इस पार्टी का महत्त्व बढ़ेगा| सीपीआई का नामांक 8+रेड्डी का भाग्यांक 8+ सीपीआई का मूलांक 8+सीपीआई का दिन-अंक 8 राज्य के मूलांक 1+राज्य के नामांक 1+राज्य के दिन-अंक 1+मतगणना के मूलांक 1 के साथ पितृ द्रोह युति व राज्य के भाग्यांक 4+राज्य के दिन-अंक 4 के साथ प्रबल पितृ दोष युति बनाता है| इनमें जहाँ पहली युति सत्ता में नहीं आने देगी, वहीं दूसरी युति पितृ अवस्था प्राप्ति में प्रबल बाधक है| यानि यह पार्टी गठबंधन में सबसे बड़े रूप में नहीं आ पाएगी| इस अंक 8 की राज्य के आयु-अंक 3+मतगणना के दिन-अंक 3 व विधान सभा अंक 7 तथा चुनावी वर्षांक 9 के साथ मित्र युति चुनावी लड़ाई में उठापटक के साथ पक्ष में निर्णय बताती है| इसका अर्थ यह हुआ कि इस बार सीपीआई को लाभ तो होगा, मगर इसे कुछ झटके झेलने पड़ सकते हैं, जैसे कि इसका कोई महत्त्वपूर्ण नेता चुनाव हार सकता है या यह पार्टी किसी ऐसी सीट से चुनाव हार सकती है, जिसे यह बहुत आसान या सुरक्षित मान कर चल रही है|
  
ऑल इण्डिया फॉरवर्ड ब्लॉक : 03-05-1939      बुधवार
मूलांक:-3      भाग्यांक:-3     आयु-अंक:-6  (87 वाँ वर्ष)    नामांक:-1     दिन-अंक:-5  
       
एन॰ वेलप्पन नायर
नामांक:-05+37+09=51=6

        वाम मोर्चे कि एक और महत्त्वपूर्ण पार्टी एफ़बी का नामांक 1 राज्य के नामांक 1+राज्य के मूलांक 1+राज्य के दिन-अंक 1+मतगणना के मूलांक 1 के साथ प्रतिरूप युति बनाता है| यह नेतृत्व के लाभकारी है| इस अंक 1 की राज्य के भाग्यांक 4+राज्य के दिन-अंक 4 के साथ विरोधी युति बनती है| यह पितृ दोष पैदा करती है, जो कि इस पार्टी को पितृ अवस्था यानि प्रमुख अवस्था में आने नहीं देगी| एफ़बी का मूलांक 3+एफ़बी का भाग्यांक 3 राज्य के आयु-अंक 3+मतगणना के दिन-अंक 3 के साथ प्रतिरूप युति बनाता है| यह निर्णयगत अनुकूलता बताती है| इस अंक 3 की मतगणना के भाग्यांक 6+मतगणना के चलित अंक 6 व विधान सभा अंक 7 के साथ मित्र युति यह बताती है कि इस पार्टी को मतगणना वाले दिन अनुकूलता रहेगी और यह अनुकूलता सीटों की संख्या में इस बार की तुलना में वृद्धि के रूप में हो सकती है| एफ़बी के आयु-अंक 6+नायर के नामांक 6 की राज्य के मूलांक 1+राज्य के नामांक 1+राज्य के दिन-अंक 1+मतगणना के मूलांक 1 व राज्य के भाग्यांक 4+राज्य के दिन-अंक 4+चुनावी वर्षांक 9 के साथ विरोधी युति इस बार की चुनावी लड़ाई में इस पार्टी के लिए बड़ी राहत नहीं आने देगी| इस अंक 6 की राज्य के आयु-अंक 3+मतगणना के दिन-अंक 3 के साथ प्रबल विरोधी युति मतगणना वाले दिन इसके पक्ष में बड़ा निर्णय नहीं आने देगी| इस अंक 6 की मतगणना के भाग्यांक 6+मतगणना के चलित अंक 6 के साथ प्रतिरूप युति इस पार्टी को मतगणना वाले दिन ख़ुश होने का मौक़ा अवश्य देगी| एफ़बी का दिन-अंक 5 राज्य के मूलांक 1+राज्य के नामांक 1+राज्य के दिन-अंक 1+मतगणना के मूलांक 1+राज्य के भाग्यांक 4+राज्य के दिन-अंक 4 के साथ मित्र युति व विधान सभा अंक 7 के साथ प्रबल मित्र युति बनाता है| यही अंक 5 राज्य के आयु-अंक 3+मतगणना के दिन-अंक 3+चुनावी वर्षांक 9 के साथ प्रबल विरोधी युति बनाता है| एक ओर जहाँ मित्र युति व प्रबल मित्र युति इस बार की विधान सभा में इस पार्टी व इसकी गठबंधन की साथी पार्टियों की अच्छी स्थिति बताती है, तो वहीं दूसरी ओर प्रबल विरोधी युति यह बताती है कि या पार्टी इस बार की चुनावी लड़ाई में निर्णायक प्रभुत्व नहीं प्राप्त कर सकेगी यानि सत्ता पर काबिज़ नहीं हो सकेगी|
      इस प्रकार हम देखते हैं कि वाम मोर्चे की तीनों प्रमुख पार्टियों (सीपीएम, सीपीआई व फॉरवर्ड ब्लॉक) के यहाँ यह योग हैं कि इस बार इनका प्रभुत्व बढ़ेगा| यह इस रूप में होगा कि इनकी सीटें बढ़ेंगी, मगर यह प्रभुत्व-वृद्धि निर्णायक रूप में नहीं होगी| मतलब यह कि ये पार्टियाँ सत्ता पर काबिज़ नहीं हो पाएँगी यानि वाम मोर्चे को लगातार दूसरी बार सत्ता से बाहर रहना पड़ेगा और सत्ता में आने के लिए वर्ष 2021 का इंतज़ार करना पड़ेगा|
  
भारतीय राष्ट्रीय काँग्रेस : 02-01-1978        सोमवार
मूलांक:-2    भाग्यांक:-1    आयु-अंक:-3 (39 वाँ वर्ष)    नामांक:-3    दिन-अंक:-2, 7   

सोनिया गांधी : 09-12-1946      सोमवार          
मूलांक:-9    भाग्यांक:-5    आयु-अंक:-7 (70 वाँ वर्ष)    नामांक:-9    दिन-अंक:-2, 7   
  
अधीर रंजन चौधरी : 02-04-1956          सोमवार
मूलांक:-2   भाग्यांक:-9    आयु-अंक:-7 (61 वाँ वर्ष)    नामांक:-4    दिन-अंक:-2, 7   
          वाम मोर्चे के साथ गठबंधन में आयी 'भारतीय राष्ट्रीय काँग्रेस' यानि काँग्रेस का भाग्यांक 1 राज्य के मूलांक 1+राज्य के नामांक 1+मतगणना के मूलांक 1+राज्य के दिन-अंक 1 के साथ प्रतिरूप युति बनाता है| यह नेतृत्व को अनुकूलता बताती है| यह अंक 1 राज्य के भाग्यांक 4+राज्य के दिन-अंक 4+मतगणना के भाग्यांक 6+मतगणना के चलित अंक 6 के साथ विरोधी युति बनाता है| ये युतियाँ इस पार्टी को राज्य के भाग्य में निर्णायक भूमिका निभाने नहीं देंगी| साथ ही यह पार्टी राज्य की 'पितृ भूमिका' में नहीं आ पाएगी यानि सत्ता की मुखिया भी नहीं बन पाएगी| काँग्रेस का आयु-अंक 3+काँग्रेस का नामांक 3 राज्य के आयु-अंक 3+मतगणना के दिन-अंक 3 के साथ प्रतिरूप युति बनाता है| यह अंक 3 मतगणना के भाग्यांक 6+मतगणना के चलित अंक 6+विधान सभा अंक 7 के साथ मित्र युति बनाता है| ये युतियाँ गठबंधन के रूप में मतगणना के दिन अनुकूलता बताती हैं| इसका अर्थ यह हुआ कि इस विधान सभा में इस पार्टी की सीटें बढ़ सकती हैं| न सिर्फ़ इस पार्टी की, बल्कि इसके गठबंधन की साथी पार्टियों की सीटें भी बढ़ सकती हैं| काँग्रेस का इस बार वाम मोर्चे के साथ गठबंधन है| वाम पार्टियों के अंकीय विश्लेषण मे भी यही बात आ रही है कि उसके गठबंधन की साथी पार्टियों को इस बार सीटों की संख्या में लाभ होगा| काँग्रेस का मूलांक 2+काँग्रेस का दिन-अंक 2+सोनिया का दिन-अंक 2+अधीर का दिन-अंक 2+सोनिया का आयु-अंक 7+अधीर का आयु-अंक 7+सोनिया का दिन-अंक 7+काँग्रेस का दिन-अंक+अधीर का दिन-अंक 7 राज्य के मूलांक 1+राज्य के नामांक 1+राज्य के दिन-अंक+मतगणना के मूलांक 1+राज्य के आयु-अंक 3+मतगणना के दिन-अंक 3+राज्य के भाग्यांक 4+राज्य के दिन-अंक के साथ मित्र युति यह बताती है कि मतगणना का परिणाम इस पार्टी व गठबंधन की इसकी साथी पार्टियों के लिए उत्साहजनक रह सकता है| इस अंक 7 की विधान सभा अंक 7 के साथ प्रतिरूप युति यह बताती है कि इस फल की मात्रा में बढ़ोतरी होगी| काँग्रेस का मूलांक 2+काँग्रेस का दिन-अंक 2+सोनिया का दिन-अंक 2+अधीर का दिन-अंक 2 विधान सभा अंक 7 के साथ विरोधी युति यह बताती है कि इस विधान सभा में इस पार्टी का विचारधारा से बाहर की पार्टी के साथ लंबा साथ नहीं चलेगा| इस रूप में वाम पार्टियाँ ली जा सकती हैं| इसका अर्थ यह हुआ कि काँग्रेस का वाम पार्टियों के साथ गठबंधन लंबा नहीं चलेगा| इसी विधान सभा के कार्यकाल में काँग्रेस वाम पार्टियों/मोर्चे से अलग हो जाएगी| सोनिया का भाग्यांक 5 राज्य के मूलांक 1+राज्य के नामांक 1+राज्य के दिन-अंक 1+मतगणना के मूल अंक 1 राज्य के भाग्यांक 4+राज्य के दिन-अंक 4 के साथ मित्र युति तथा विधान सभा अंक 7 के साथ प्रबल युति बनाता है| ये युतियाँ बताती हैं कि इस बार विधान सभा में इस पार्टी की स्थिति पिछली बार की तुलना में अच्छी होगी| इस अंक 5 की राज्य के आयु-अंक 3+मतगणना के दिन-अंक 3+चुनावी वर्षांक 9 के साथ प्रबल विरोधी युति बनाता है| यह युति बताती है कि विधान सभा में इस अच्छी स्थिति के बाद भी काँग्रेस पार्टी राज्य का मुखिया नहीं हो पाएगी यानि राज्य की सत्ता पर क़ाबिज़ नहीं हो पाएगी और ना ही सत्ता मे भागीदार बन पाएगी| सोनिया का मूलांक 9+सोनिया का नामांक 9+अधीर का भाग्यांक 9 मतगणना के भाग्यांक 6+मतगणना के चलित अंक 6+विधान सभा अंक 7 के साथ विरोधी युति भी यह बताती है कि यह मतगणना इस विधान सभा में इस पार्टी की स्थिति 'पितृ अवस्था' वाली नहीं होगी यानि यह संख्यात्मक रूप से विधान सभा में अपना प्रभुत्व नहीं बना पाएगी| इस अंक 9 की राज्य के आयु-अंक 3+मतगणना के दिन-अंक 3 के साथ प्रबल मित्र युति तथा चुनावी वर्षांक 9 के साथ प्रतिरूप युति यह बताती है कि काँग्रेस का प्रभाव इस बार बढ़ेगा| यह इस रूप में संभव है कि इसकी सीटें बढ़ जाएँ|
  
भारतीय जनता पार्टी : 06-04-1980          रविवार
मूलांक:-6    भाग्यांक:-1    आयु-अंक:-1 (37 वाँ वर्ष)    नामांक:-2    दिन-अंक:-1, 4

अमित शाह : 22-10-1964     गुरुवार
मूलांक:-4     भाग्यांक:-7    आयु-अंक:-7 (52 वाँ वर्ष)    नामांक:-6    दिन-अंक:-3

दिलीप घोष : 01-08-1964
मूलांक:-1    भाग्यांक:-2    आयु-अंक:-7 (61 वाँ वर्ष)    नामांक:-5    दिन-अंक:-8
        भाजपा का भाग्यांक 1+भाजपा का आयु-अंक 1+भाजपा का दिन-अंक 1+घोष का मूलांक 1 राज्य के मूलांक 1+राज्य के नामांक 1+मतगणना के मूलांक 1+राज्य के दिन-अंक 1 के साथ प्रतिरूप युति बनाता है| यह नेतृत्व को अनुकूलता बताती है| यह अंक 1 राज्य के भाग्यांक 4+राज्य के दिन-अंक 4+मतगणना के भाग्यांक 6+मतगणना के चलित अंक 6 के साथ विरोधी युति बनाता है| ठीक यही स्थिति शाह के मूलांक 4+भाजपा के दिन-अंक 4 की राज्य के मूलांक 1+राज्य के नामांक 1+मतगणना के मूलांक 1+राज्य के दिन-अंक 1 के साथ विरोधी युति के बारे में काही जा सकती है| साथ ही यह अंक 4 राज्य के भाग्यांक 4+राज्य के दिन-अंक 4 के साथ जो प्रतिरूप युति बनाता है, उसका प्रतिफल व ये युतियाँ भाजपा को अच्छी स्थिति में नहीं आने देंगी और साथ ही पितृ दोष वाले अमित शाह के मुखिया रहते इस राज्य में पितृ अवस्था में नहीं आने देंगी| शाह का दिन-अंक 3 राज्य के आयु-अंक 3+मतगणना के दिन-अंक 3 के साथ प्रतिरूप युति बनाता है| यह अंक 3 मतगणना के भाग्यांक 6+मतगणना के चलित अंक 6+विधान सभा अंक 7 के साथ मित्र युति बनाता है| ये युतियाँ गठबंधन के रूप में मतगणना के दिन अनुकूलता बताती हैं| पूर्व की युतियों के साथ इनका समन्वित स्वरूप यह बताता है कि इस बार यह पार्टी पिछली बार की तुलना में अच्छी स्थिति में रह सकती है यानि इसे कुछ सीटें मिल सकती हैं, हालांकि सीटों की यह संख्या दो अंकों में नहीं जा पाएगी| इसके गठबंधन के साथी दल को भी कुछ सीटें मिल सकती हैं| शाह का भाग्यांक 7+घोष का आयु-अंक 7+भाजपा का नामांक 2+घोष का भाग्यांक 2 राज्य के मूलांक 1+राज्य के नामांक 1+राज्य के दिन-अंक+मतगणना के मूलांक 1+राज्य के आयु-अंक 3+मतगणना के दिन-अंक 3+राज्य के भाग्यांक 4+राज्य के दिन-अंक के साथ मित्र युति यह बताती है कि मतगणना का परिणाम भाजपा और इसके साथी दल में उत्साह भर सकता है| इस अंक 7 की विधान सभा अंक 7 के साथ प्रतिरूप युति उक्त फल में वृद्धि करती है| भाजपा के नामांक 2+घोष के भाग्यांक 2 की विधान सभा अंक 7 के साथ विरोधी युति यह बताती है कि इस पार्टी में चुनाव-परिणाम के कारण उठापटक संभव है| घोष का दिन-अंक 8 राज्य के मूलांक 1+राज्य के नामांक 1+राज्य के दिन-अंक 1+मतगणना के मूलांक 1+राज्य के भाग्यांक 4+राज्य के दिन-अंक 4 के साथ प्रबल विरोधी युति बनाता है| यह युति इसके बड़ी सफलता मिलने में बड़ी बाधा है| यह अंक 8 राज्य के आयु-अंक 3+मतगणना के दिन-अंक 3+विधान सभा अंक7+चुनावी वर्षांक 9 के साथ मित्र युति यह बताती है कि पिछली बार की तुलना में इस बार भाजपा पार्टी की सीटें बढ़ सकती हैं| घोष का नामांक 5 राज्य के मूलांक 1+राज्य के नामांक 1+राज्य के दिन-अंक 1+मतगणना के मूल अंक 1 राज्य के भाग्यांक 4+राज्य के दिन-अंक 4 के साथ मित्र युति तथा विधान सभा अंक 7 के साथ प्रबल युति बनाता है| ये युतियाँ इस विधान सभा में इस पार्टी स्थिति में सुधार बताती हैं| इस अंक 5 की राज्य के आयु-अंक 3+मतगणना के दिन-अंक 3+चुनावी वर्षांक 9 के साथ प्रबल विरोधी युति बनाता है| यह युति चुनावी लड़ाई में प्रभुत्व स्थापित नहीं होने देती है| इस कारण स्थिति में सुधार होने के बाद भी भाजपा बड़ी पार्टी नहीं हो पाएगी| घोष का नामांक 5 राज्य के मूलांक 1+राज्य के नामांक 1+राज्य के दिन-अंक 1+मतगणना के मूल अंक 1 राज्य के भाग्यांक 4+राज्य के दिन-अंक 4 के साथ मित्र युति तथा विधान सभा अंक 7 के साथ प्रबल युति बनाता है| ये युतियाँ बताती हैं कि इस बार विधान सभा में इस पार्टी की स्थिति पिछली बार की तुलना में अच्छी होगी| इस अंक 5 की राज्य के आयु-अंक 3+मतगणना के दिन-अंक 3+चुनावी वर्षांक 9 के साथ प्रबल विरोधी युति बनाता है| यह युति वही पिछली बात पक्की करती है कि विधान सभा में इस अच्छी स्थिति के बाद भी भाजपा 'बड़ी पार्टी' नहीं बन पाएगी और ना ही सत्ता में भागीदार बन पाएगी| शाह के नामांक 6 की राज्य के मूलांक 1+राज्य के नामांक 1+राज्य के दिन-अंक 1+मतगणना के मूलांक 1 व राज्य के भाग्यांक 4+राज्य के दिन-अंक 4+चुनावी वर्षांक 9 के साथ विरोधी युति इस बार की चुनावी लड़ाई में इस पार्टी को बड़ी राहत नहीं देगी| इस अंक 6 की राज्य के आयु-अंक 3+मतगणना के दिन-अंक 3 के साथ प्रबल विरोधी युति मतगणना वाले दिन इसके पक्ष में बड़ा निर्णय नहीं आने देगी| इस अंक 6 की मतगणना के भाग्यांक 6+मतगणना के चलित अंक 6 के साथ प्रतिरूप युति इस पार्टी को मतगणना वाले दिन ख़ुश होने का मौक़ा अवश्य देगी और यह ख़ुशी सीटों की संख्या में हो सकती है|
  
अखिल भारतीय तृणमूल काँग्रेस : 01-01-1998       गुरुवार
मूलांक:-1      भाग्यांक:-2     आयु-अंक:-1 (19 वाँ वर्ष)    नामांक:-2     दिन-अंक:-3  
         
ममता बनर्जी : 05-01-1955         बुधवार
मूलांक:-5      भाग्यांक:-8     आयु-अंक:-8  (62 वाँ वर्ष)    नामांक:-5     दिन-अंक:-5  
         अब बात करते हैं अभी सत्ता मे काबिज़ अखिल भारतीय तृणमूल काँग्रेस यानि टीएमसी की| टीएमसी का मूलांक 1+टीएमसी का आयु-अंक 1 राज्य के मूलांक 1+राज्य के नामांक 1+राज्य के दिन-अंक 1+मतगणना के मूलांक 1 के साथ प्रतिरूप युति बनाता है| यह नेतृत्व के लिए लाभकारी है| इस अंक 1 कि राज्य के भाग्यांक 4+राज्य के दिन-अंक 4 के साथ विरोधी युति बनती है, जो कि पितृ दोष बताती है| यह युति मुखिया पद पर फिर से क़ाबिज़ होने के रास्ते में बाधा बताती है| अब अन्य युतियाँ क्या बताती हैं, यह देखना बहुत रोचक बन पड़ा है| टीएमसी का भाग्यांक 2+टीएमसी का नामांक 2 राज्य के मूलांक 1+राज्य के नामांक 1+राज्य के दिन-अंक 1+मतगणना के मूलांक 1+राज्य के भाग्यांक 4+राज्य के दिन-अंक 4 के साथ प्रबल मित्र युति स्त्री नेतृत्व के रूप में ममता बनर्जी के लिए लाभकारी है| यह उन्हें फिर से सत्ता पर बिठाने की दिशा में जाती है| विधान सभा अंक 7 के साथ इस अंक 2 की विरोधी युति बनती है, जो कि पार्टी के स्तर पर झटके सूचित करती है| इसका अर्थ यह हुआ कि ममता के कुछ ख़ास या महत्त्वपूर्ण लोग चुनाव हार सकते हैं, साथ ही सरल समझी जाने वाली व ममता के लिए 'नाक की लड़ाई' वाली सीटों पर हार का सामना करना पड़ सकता है| टीएमसी का दिन-अंक 3 राज्य के आयु-अंक 3+मतगणना के दिन-अंक 3 के साथ प्रतिरूप युति बनाता है, जो कि ममता के पक्ष में निर्णय होना बताती है| यह अंक 3 मतगणना के भाग्यांक 6+मतगणना के चलित अंक 6 व विधान सभा अंक 7 के साथ मित्र युति बनाता है| ये युतियाँ भी ममता के लिए लाभकारी हैं| ये बताती हैं कि ममता को मतगणना वाले दिन अनुकूल परिणाम मिलेंगे| ममता का मूलांक 5+ममता का नामांक 5+ममता का दिन-अंक 5 राज्य के मूलांक 1+राज्य के नामांक 1+राज्य का दिन-अंक 1+मतगणना के मूलांक 1 व राज्य के भाग्यांक 4+राज्य के दिन-अंक 4 के साथ मित्र युति बनाता है| यह युति बताती है कि 'राज्य के पितृ पुरुष' यानि मुख्यमन्त्री के रूप में इस बार की चुनावी लड़ाई में अच्छी-ख़ासी अनुकूलता है| यह अंक 5 विधान सभा अंक 7 के साथ प्रबल मित्र युति बनाता है| यह युति 'स्त्री नेतृत्व' के रूप में ममता बनर्जी के लिए बहुत अनुकूल है| यह अंक 5 राज्य के आयु-अंक 3+मतगणना के दिन-अंक 3 व चुनावी वर्षांक 9 के साथ प्रबल विरोधी युति बनाता है| यह युति बताती है कि इस बार की चुनावी लड़ाई में ममता को झटके लग सकते हैं| ममता का भाग्यांक 8+ममता का आयु-अंक 8 राज्य के मूलांक 1+राज्य के नामांक 1+राज्य के दिन-अंक 1+मतगणना के मूलांक 1 व राज्य के भाग्यांक 4+राज्य के आयु-अंक 4 के साथ प्रबल विरोधी युति बनाता है| ये युतियाँ बताती हैं कि ममता के फिर से 'राज्य की पितृ पुरुष' यानि मुख्यमन्त्री बनने की राह में काँटे हैं| इन्हें इस बीच झटके लगने हैं| यह अंक 8 राज्य के आयु-अंक 3+मतगणना के दिन-अंक 3 व विधान सभा अंक 7 तथा चुनावी वर्षांक 9 के साथ मित्र युति बनाता है| ये युतियाँ बताती हैं कि ममता को झटके भले ही लगें, मगर इस बार बनने वाली विधान सभा में ये फिर से पूर्ण बहुमत पाकर लगातार दूसरी बार मुख्यमन्त्री बनने जा रही हैं| हाँ, जो झटके इन्हें लगने हैं, वे इस रूप में हो सकते हैं कि (1) इनका ख़ास/महत्त्वपूर्ण/निकट का व्यक्ति चुनाव हार जाए, (2) आसान समझी जाने वाली सीट पर हार का सामना करना पड़ जाए, (3) 'नाक का सवाल' बनी सीट पर हार गले पड़ जाए या (4) किसी सीट पर जल्दी ही उपचुनाव की नौबत आ जाए|
                    मिलते हैं अगली पोस्ट में एक अन्य राज्य के विधान सभा चुनाव की बात लेकर| ........... जय श्री राम|

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