जय श्री राम ........... आदरणीय मित्रो, 'देश के दिल' यानि दिल्ली में सवा
साल के भीतर ही दूसरी बार विधानसभा के चुनाव आ गये हैं| सब की आँखें इस ओर
लगी हैं कि इस बार क्या रूप रहेगा दिल्ली विधानसभा का? क्या इस बार भी
त्रिशंकु रहेगी या किसी एक दल को बहुमत मिलेगा? क्या दिल्ली की
जनता के भाग्य में इस बार भी अस्थायी व डावांडोल सरकार लिखी है या स्थायी सरकार
मिल पाएगी? तो, आइए जानें कि अंकीय समीकरण इस बारे में क्या कह रहे
हैं?
दिल्ली राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र
01-02-1992
मूलांक:-1 भाग्यांक:-6 आयु-अंक:-6 (24 वाँ वर्ष) नामांक:-1
मतदान:-07-02-2015
मतगणना:-10-02-2015
मूलांक:-1 भाग्यांक:-2 दिन-अंक:-9 (मंगलवार)
इस सन्दर्भ में 'दिल्ली' का संवैधानिक नाम 'दिल्ली राष्ट्रीय
राजधानी क्षेत्र' है| अतः इसके नामांक की गणना NATIONAL
CAPITAL TERRITORY OF DELHI के नाम से की गयी है| इसका पूर्ण वृहदंक
स्वरूप बनता है-27+21+28+15+18=109=1. दिल्ली का मूलांक 1 व भाग्यांक 6 बना| 24 वें वर्ष के कारण
आयु-अंक बना-6| इसे अभी अंक 6 की दशा चल रही है, जो कि वर्ष 2019 तक
चलेगी| इसका मूलांक 1+नामांक 1 मतगणना के मूलांक 1 के साथ
प्रतिरूप युति बनाता है| 'सरकार' के दृष्टिकोण से यह
एक शुभ युति है| इस का अर्थ यह हुआ कि इस बार 'सरकार' को लेकर दिल्ली को
अनुकूलता देखने को मिल सकती है| दिल्ली का मूलांक 1+नामांक 1 चुनावी वर्षांक 8+चुनाव
के चलित अंक 8 के साथ पितृद्रोह युति बनाता है| यह युति बताती है कि
'सरकार' का जो पिछला स्वरूप रहा है, वह अब नहीं रहेगा| अब वह
खंडित/परिवर्तित हो जाएगा| अब अगर इसे राष्ट्रपति शासन माना जाए तो अब नहीं
रहेगा; और अगर इसे केजरीवाल की सरकार का रूप मान लिया जाए तो
वह भी इस बार नहीं रहेगा; यानि इस बार कोई नयी 'सरकार' बनने जा रही है| अब यह नयी सरकार 'किसकी' होगी, यह आगे का विश्लेषण
बताएगा|
क्रमांक
|
पार्टी/व्यक्ति
|
मूलांक
|
भाग्यांक
|
आयु-अंक
|
नामांक
|
कुल
|
1.
|
भाजपा
06-04-1980
|
6
3+
|
8
4+
|
8(35)
0
|
2
8+
|
15/4=3.75+
|
2.
|
अमित शाह
22-10-1964
|
4
4-
|
7
5+
|
6 (51)
3+
|
6
3+
|
7/4=1.75+
|
3.
|
सतीश उपाध्याय
06-03-1962
|
6
3+
|
9
+
|
8 (53)
0
|
8
0
|
4/4=+
|
4.
|
कांग्रेस
22-11-1969
|
4
4-
|
4
4-
|
1 (46)
4+
|
3
6+
|
2/5=.5+
|
5.
|
सोनिया गांधी
09-12-1946
|
9
+
|
5
3+
|
7 (70)
5+
|
9
+
|
10/4=2.5+
|
6.
|
अरविंदर सिंह लवली
03-01-1965
|
3
6+
|
7
5+
|
6 (51)
3+
|
5
3+
|
17/4=4.25+
|
7.
|
आआपा
26-11-2012
|
8
0
|
6
3+
|
3 (3)
6+
|
6
3+
|
12/4=3+
|
8.
|
अरविन्द केजरीवाल
16-08-1968
|
7
5+
|
3
6+
|
2 (47)
8+
|
4
4-
|
15/4=3.75+
|
9.
|
अकाली दल
14-12-1920
|
5
3+
|
2
8+
|
5 (95)
3+
|
9
+
|
15/4=3.75+
|
10.
|
प्रकाश सिंह बादल
08-12-1927
|
8
0
|
3
6+
|
7 (88)
5+
|
5
3+
|
14/4=3.5+
|
11.
|
मंजीत सिंह जी के
18-07-1958
|
9
+
|
3
6+
|
3 (57)
6+
|
2
8+
|
21/4=5.25+
|
भाजपा+अमित शाह+सतीश उपाध्याय=6.5/3=2.16+
कांग्रेस+सोनिया गांधी+अरविंदर सिंह
लवली=7.25/3=2.41+
आआपा+अरविन्द केजरीवाल=6.75/2=3.37+
अकाली दल+प्रकाश सिंह बादल+मंजीत सिंह जी
के=12.5/3=4.16+
कुल=2.16+2.41+3.37+4.16=12.10 कुल सीटें=70
भाजपा+अकाली दल=2.16+4.16=6.32/12.10=52.23#70=36.56=37 सीटें (कम-अधिक 6)
कांग्रेस=2.41/12.10=19.91#70=13.94=14 सीटें (कम-अधिक 3)
आआपा=3.37/12.10=27.85#70=19.5=20 सीटें (कम-अधिक
4)
इस तरह इस विश्लेषण से तो यह लग
रहा है कि इस बार दिल्ली में भाजपा सरकार बनने जा रही
है| इस बार दिल्ली को पार्टीगत रूप से स्थिर सरकार मिल
सकती है| हाँ, यह सरकार मुख्यमंत्री के मामले में सम्भवतः स्थिर न
हो| अन्तिम रूप तो जैसा प्रभु को स्वीकार
हो| ......... आज के आनन्द की जय| ........... जय श्री राम |
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