अंक ज्योतिषी, अंग ज्योतिषी, राजनीतिक विश्लेषक-सलाहकार, नाटककार, शायर, अकादमिक, सम्प्रेरक वक्ता

मंगलवार, 14 अक्तूबर 2014

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव : 2014 : भाग-2 : कौन बनेगा मुख्यमंत्री?



         जय श्री राम .............| आदरणीय मित्रो, कल इसके पहले भाग में हमने दलगत स्थिति का विश्लेषण प्रस्तुत किया था| आज बात करते हैं कि महाराष्ट्र का अगला मुख्यमंत्री कौन बन सकता है| सबसे अधिक दावेदार तो भाजपा से ही ले लेते हैं| साथ ही शिव सेना के उद्धव ठाकरे की भी बात कर लेते हैं|  

नाम व जन्म-दिनांक
    मूलांक  
   भाग्यांक
    आयु-अंक
    नामांक
कुल
प्रकाश जावड़ेकर
30-01-1951
     3
= = + = + 2+ +
          5+
            2
2+ 2+ 2+ 2+ - 2+ =
           9+
        1 (64)
2+ 2+ = - = = =
        3+
          9
= = - = - 2+ -
          -

16+
नितिन गडकरी
27-05-1957
           9
= = - = - 2+ -
           -
            9
= = - = - 2+ 2+
            -
        4 (58)
= == 2+ = = =
          2+
          3
= = + = + 2+ +
          5+

05+
उद्धव ठाकरे
27-07-1960
           9
= = - = - 2+ -
           -
            5
+ + 2+ + 2+ 2- =
           5+
        1 (55)
2+ 2+ = - = = =
        3+
          5
+ + 2+ + 2+ 2- =-
           5+

12+
देवेन्द्र फड़नवीस
22-07-1970
           4
= == 2+ = = =
          2+
            1
2+ 2+ = - = = =
          3+
        9 (45)
= = - = - 2+ -
           -
          7
2+ 2+ - 2+ 2+ 2+=
          9+

13+
विनोद तावड़े
20-07-1963
           2
2+ 2+ 2+ 2+ - 2+ =
           9+
            1
2+ 2+ = - = = =
          3+
        7 (52)
2+ 2+ - 2+ 2+ 2+ =
         9+ 
          6
- - + - + 2- -
           -

20+
सुधीर मुनगंटीवार
30-07-1967 
           3
= = + = + 2+ +
           5+
            6
- - + - + 2- -
           -
        3 (48)
= = + = + 2+ +
          5+
          5
+ + 2+ + 2+ 2- =
           5+

14+
पंकजा मुंडे-पाल्वे
26-07-1979
           8
2- 2- + 2- + + =
           3-
            5
+ + 2+ + 2+ 2- =
           5+
        9 (36)
= = - = - 2+ -
           -
          3
= = + = + 2+ +
          5+

06+
          

नाम व जन्म-दिनांक
    मूलांक  
   भाग्यांक
    आयु-अंक
    नामांक
कुल
प्रकाश जावड़ेकर
30-01-1951
     3
= = + = + 2+ =
          4+
            2
2+ 2+ 2+ 2+ - 2+ =
           9+
        1 (64)
2+ 2+ = - = = =
        3+
          9
= = - = - 2+ 2+
         2+

18+
नितिन गडकरी
27-05-1957
           9
= = - = - 2+ 2+
         2+
            9
= = - = - 2+ 2+
         2+
        4 (58)
= == 2+ = = =
          2+
          3
= = + = + 2+ =
          4+


10+
उद्धव ठाकरे
27-07-1960
           9
= = - = - 2+ 2+
         2+
            5
+ + 2+ + 2+ 2- 2-
           3+
        1 (55)
2+ 2+ = - = = =
        3+
          5
+ + 2+ + 2+ 2- 2-
           3+

11+
देवेन्द्र फड़नवीस
22-07-1970
           4
= == 2+ = = =
          2+
            1
2+ 2+ = - = = =
        3+
        9 (45)
= = - = - 2+ 2+
         2+
          7
2+ 2+ - 2+ 2+ 2+=
         9+

16+
विनोद तावड़े
20-07-1963
           2
2+ 2+ 2+ 2+ - 2+ =
           9+
            1
2+ 2+ = - = = =
        3+
        7 (52)
2+ 2+ - 2+ 2+ 2+ =
         9+ 
          6
- - + - + 2- -
           4-

17+
सुधीर मुनगंटीवार
30-07-1967 
           3
= = + = + 2+ =
          4+
            6
- - + - + 2- -
           4-
        3 (48)
= = + = + 2+ =
          4+
          5
+ + 2+ + 2+ 2- 2-
           3+

7+
पंकजा मुंडे-पाल्वे
26-07-1979
           8
2- 2- + 2- + + +
          2-
            5
+ + 2+ + 2+ 2- 2-
           3+
        9 (36)
= = - = - 2+ 2+
         2+
          3
= = + = + 2+ =
          4+

7+

        
यहाँ हमने दो सारिणियाँ दी हैं| एक वह कि यदि मुख्यमंत्री का निर्णय 20 अक्टूबर तक होता है; और दूसरी वह कि यदि मुख्यमंत्री का निर्णय 20 अक्टूबर के बाद होता है| इस का कारण यह है कि 20 अक्टूबर तक चलित अंक 6 (-) है; जबकि 20 अक्टूबर के बाद चलित अंक 9 (-) हो जाता है| ये दोनों अंक परस्पर विरोधी है| 21 से 27 अक्टूबर तक संधि-काल के कारण इन दोनों अंकों का मिला-जुला प्रभाव रहेगा|
         पहले बात करते हैं 20 अक्टूबर तक वाली स्थिति की सारिणी की| हालांकि मुख्यमंत्री का निर्णय 20 अक्टूबर तक हो पाएगा, इस बात की संभावना बहुत कम है| इस सारिणी में यह दिखाई दे रहा है कि 20 अक्टूबर तक मुख्यमंत्री का निर्णय होने की अवस्था में विधानपरिषद् में नेता प्रतिपक्ष विनोद तावड़े 20 अंकों के साथ दौड़ में सबसे आगे हैं| इनके बाद केन्द्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर 16 अंकों के साथ मौजूद हैं| भाजपा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सुधीर
मुनगंटीवार 14 अंक लिये हैं| विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष देवेन्द्र फड़नवीस 13 अंकों के साथ इनके ठीक पीछे खड़े हैं| भाजपा में मुख्यमंत्री का निर्णय इन्हीं के बीच होता है तो तावड़े और जावड़ेकर के बीच बहुत रोचक समीकरण बन रहा है| अंक 2 व अंक 1 दोनों में उभय है| अंक 2 भाजपा का नामांक व अंक 1 भाजपा का भाग्यांक है| जावड़ेकर के यहाँ अंक 3 व अंक 9 हैं, जो कि तावड़े के अंक 7 व अंक 6 की तुलना में मतगणना वाले दिन भारी पड़ते हैं| फड़नवीस के यहाँ अंक 9 तो मौजूद है, किन्तु अंक 1, अंक 2 व अंक 3 ग़ायब हैं| ऐसे में वे कुछ कमज़ोर पड़ रहे हैं, मगर 'कुछ' ही, अधिक नहीं| मुनगंटीवार अंक 3 तो दोहरा है, किन्तु अंक 1 व अंक 2 ग़ायब है| ख़ासकर यहाँ अंक 9 का ग़ायब रहना इनके लिए दौड़ में पिछड़ने का सबब बन सकता है|
                     
अब अगर शेष लोगों की बात करें तो नितिन गडकरी के यहाँ अंक 9 दोहराव में है, किन्तु अंक 4 के साथ अंक 9 व अंक 3 की भूमिका के कारण बहुत संभव है कि ये ख़ुद ही मुख्यमंत्री की दौड़ से बाहार हो जाएँ अथवा इनकी पितृ संस्था यानी आर एस एस इन्हें मुख्यमंत्री पद की तरफ़ बढ़ने से रोक दे| हमारे हिसाब से तो गडकरी फिर से भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनेंगे, और वह भी बहुत जल्दी| पंकजा मुंडे-पाल्वे का नाम भी मुख्यमंत्री पद के लिए उछला जा रहा है, मगर 6 अंकों के साथ वे इस दौड़ से बाहर हैं| अब रही बात उद्धव ठाकरे की, तो 12 अंकों के साथ अपनी यह मनोवांछा पूरी कर पाएँगे, हमें ऐसा नहीं लगता| अतः 20 अक्टूबर तक मुख्यमंत्री का निर्णय होने की स्थिति में मामला विनोद तावड़े और प्रकाश जावड़ेकर के बीच ठहर जाता है| तावड़े की तुलना में अंक 3 व अंक 9 की मज़बूत स्थिति के कारण यहाँ जावड़ेकर बाज़ी मार सकते हैं|        
           अब बात करते हैं 20 अक्टूबर के बाद की स्थिति वाली दूसरी सारिणी की| यह उस स्थिति में तुलनात्मक अवस्थाओं को बताती है कि जब 20 अक्टूबर के बाद मुख्यमंत्री का निर्णय होता है| इसी बात की संभावना सबसे अधिक है| यहाँ स्पष्टतः दिख रहा है कि 18 अंकों के साथ प्रकाश जावड़ेकर इस दौड़ में सबसे आगे हैं| 17 अंकों के साथ विनोद तावड़े इनके ठीक पीछे हैं, तो 16 अंकों के साथ देवेन्द्र फड़नवीस इनके पीछे खड़े हैं| कुल मिलाकर यहाँ सारी बात जावड़ेकर, तावड़े और फड़नवीस पर आकर ठहर गयी है| चूँकि 20 अक्टूबर के बाद चलित अंक 9 हो जाता है; इसलिए अपने यहाँ अंक 9 व अंक 3 की उपस्थिति से जावड़ेकर बहुत मज़बूत हो जाते हैं| वहीं फड़नवीस अंक 9 की उपस्थिति से तावड़े के मुक़ाबले तुलनात्मक रूप से कुछ मज़बूत हो जाते हैं क्योंकि तावड़े के यहाँ अंक 3 व अंक 9 का अभाव है
                     अन्य उम्मीदवारों में सुधीर मुनगंटीवार 7 अंकों, उद्धव ठाकरे 10 अंकों व पंकजा मुंडे-पाल्वे 7 अंकों के साथ इस दौड़ में बहुत पीछे रह जाती हैं| रही बात नितिन गडकरी की. तो उनके लिए इस सारिणी में भी वही बात है, जो कि 20 अक्टूबर तक वाली सारिणी में थी यानि वे ख़ुद ही पीछे हो जाएँ या आर एस एस उन्हें मुख्यमंत्री पद की ओर जाने से रोक दे|
      इस प्रकार हम देखते हैं कि भाजपा का मुख्यमंत्री बनने की स्थिति में निर्णय प्रकाश जावड़ेकर, विनोद तावड़े और देवेन्द्र फड़नवीस में से होता दिख रहा है| अंकों के हिसाब से यह मामला जावड़ेकर और तावड़े के बीच बहुत निकट का बन रहा है| हालाँकि इस में फड़नवीस को भी अधिक पीछे नहीं माना जा सकता| अब इस दौड़ में अपने यहाँ अंक 3 व अंक 9 की अनुकूल उपस्थिति व पितृ प्रबल अवस्था के कारण जावड़ेकर
आगे लग रहे हैं| अपनी इसी प्रबल पितृ अवस्था के कारण ही जावड़ेकर बिना किसी सदन के सदस्य होते हुए भी मोदी द्वारा सरकार में ले लिये गये; न सिर्फ़ सरकार में ले लिये गये, बल्कि इन्हें स्वतंत्र प्रभार के रूप में भारी भरकम मंत्रालय भी दे दिये गये| अब अगर यही पितृ अवस्था इन्हें महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बनवा दे तो कोई अचम्भा नहीं है; अन्यथा भी मुख्यमंत्री तो जावड़ेकर, तावड़े व फड़नवीस में से होना ही है| अब देखें कि किसके भाग्य में लिखा है यह मुकुट? 
        अब प्रतीक्षा करते हैं चुनाव-परिणाम की और साथ ही अगले मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण करने वाले की| मिलते हैं आज ही अगली पोस्ट के साथ, जिस में हम बात करेंगे हरियाणा विधानसभा चुनाव के बारे में| ........... जय श्री राम|                  

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