जय
श्री राम ......... आदरणीय मित्रो, चुनावों के क्रम में अब झारखंड और जम्मू और
कश्मीर में चुनाव हो आ रहे हैं| आपका अनुरोध रहा कि हम इन चुनावों की भविष्यवाणी
भी करें;| निश्चित रूप से हमें ऐसा तो करना ही है क्योंकि यह हमारा ज्योतिषीय
कर्त्तव्य जो ठहरा| आइए, पहले बात करते हैं झारखण्ड की|
निर्माण-दिनांक:-15-11-2000
मूलांक:-6 भाग्यांक:-1 आयु-अंक:-6 (15
वाँ वर्ष) नामांक:-8 चलित दशा:-अंक 8 (वर्ष 2014
तक)
मतगणना-दिनांक:-23-12-2014
मूलांक:-5 भाग्यांक:-6 दिन-अंक:-9 (मंगलवार) चलित अंक:-8
चुनावी
वर्षांक:-7 (2014) विधानसभा-अंक:-3 (तीसरी विधानसभा)
झारखण्ड का मूलांक 6 व
भाग्यांक 1 परस्पर अर्द्ध प्रतिकूल है| अंक 6
तो अंक 1 का प्रतिकूल है; किन्तु अंक 1 अंक 6
का प्रतिकूल नहीं है, अपितु समभाव है| यह युति इस राज्य की राजनीति में महामारी की
तरह व्याप्त भ्रष्टाचार की प्रमुख कारक है| यह सत्ता/सरकार की अर्द्ध शुक्रभंग
युति है| इसके कारण यहाँ सरकार शांतिपूर्वक, स्थिर, निश्चिन्त व निश्चित नहीं रह
पाती है| इसके निर्माण का चलित अंक 9 है| मंगल का यह अंक
पूर्व वर्णित युति के साथ इस राज्य के भाग्य में राजनीतिक अस्थिरता व उठापटक दृढ़
कर देता है| यह युति इस राज्य में खनन या भूमि से सम्बन्धित भ्रष्टाचार की प्रबलता
बताती है| राज्य के नामांक 8 की इसके साथ युति
लोकतान्त्रिक अस्थिरता बताती है| यदि इस राज्य की अंग्रेजी वर्तनी JHARKHAND से
बदल कर JHARAKHAND कर दी जाए तो इस राज्य में लोकतांत्रिक स्थिरता लायी जा सकती
है| इसका आयु-अंक 6 इसकी शुक्रभंग युति को प्रबल करती है| इस राज्य को
अभी अंक 8 की दशा चल रही है, जो कि इसी महीने के अंत तक चलेगी| इस दशा की हर चौथाई (दो
वर्ष की अवधि) ने इस प्रदेश को नयी सरकार दी है| इस सन्दर्भ में आप समय-समय पर की
गयी हमारी भविष्यवाणियाँ पढने का कष्ट कीजिए| वर्ष 2009 के चुनावों से लेकर
शिबू सोरेन, अर्जुन मुंडा सरकार के बनने व उनके पतन, और यहाँ तक कि राष्ट्रपति
शासन की हमारी भविष्यवाणी सही साबित हुई| यहाँ यह विशेष उल्लेखनीय है कि वर्ष 2005
के चुनावों के बारे में भी हमारी भविष्यवाणी सही साबित हुई थी| अब उतरती यह अंक 8
की दशा इस राज्य को एक बार फिर नयी सरकार व नया मुख्यमंत्री देने जा रही है| चुनावी
वर्षांक 7 स्त्री अंक है| इसकी प्रधानता झारखण्ड में इस बार भी गठबंधन की सरकार बनवाने
जा रहा है| किसी एक दल की सरकार बन पाती नहीं दिख रही है| इस स्त्री अंक के कारण
चुनाव बाद फिर नया गठबंधन दिखायी दे सकता है| यदि भाजपा व झारखण्ड विकास मोर्चा
(प्रजातान्त्रिक) साथ आ जाएँ तो अचम्भा नहीं होना चाहिए| साथ ही यदि झारखंड मुक्ति
मोर्चा फिर से यू पी ए के साथ आ जाए तो भी अचम्भा नहीं है| अतः यह तो तय है कि इस
बार झारखंड मुक्ति मोर्चा व हेमंत सोरेन की सरकार नहीं बनने जा रही है|
आइए, अब बात करते हैं हमारी गणना के
विभिन्न चक्रों की|
प्रथम चक्र
भाजपा
मूलांक:-3+ भाग्यांक:-0 आयु-अंक:-4+ नामांक:-3+
कुल:-10+/4=2.5+
अमित शाह
मूलांक:-2- भाग्यांक:-6+ आयु-अंक:-3+ नामांक:-3+
कुल:-10+/4=2.5+
रवीन्द्र कुमार राय
मूलांक:-3+ भाग्यांक:-9+ आयु-अंक:-9+ नामांक:-+
कुल:-22+/4=5.5+
भाजपा+अमित शाह+रवीन्द्र कुमार राय=(2.5+)+(2.5+)+(5.5+)=10.5+/3=3.5+
आजसू
मूलांक:-2- भाग्यांक:-6+ आयु-अंक:-3+ नामांक:- -
कुल:-6+/4=1.5+
सुदेश महतो
मूलांक:-9+ भाग्यांक:-9+ आयु-अंक:-+ नामांक:-4+
कुल:-23+/4=5.75+
आजसू+सुदेश महतो=(1.5+)+(5.75+)=7.25+/2=3.62+
कांग्रेस
मूलांक:-3+ भाग्यांक:-0 आयु-अंक:-0 नामांक:-9+
कुल:-12+/4=3+
सोनिया गांधी
मूलांक:- - भाग्यांक:-+ आयु-अंक:-3+ नामांक:- -
कुल:-2+/4=.5+
सुखदेव भगत
आयु-अंक:-0 नामांक:-9+
कुल:-9+/2=4.5+
कांग्रेस+सोनिया गांधी+सुखदेव भगत=8+/3=2.66+
जनता दल (यूनाइटेड)
मूलांक:-9+ भाग्यांक:- - आयु-अंक:-9+ नामांक:-=
कुल:-17+/4=4.25+
शरद यादव
मूलांक:-= भाग्यांक:-3+ आयु-अंक:-+ नामांक:-3+
कुल:-7+/4=1.75+
जलेश्वर महतो
आयु-अंक:-2- नामांक:-2-
कुल:-4-/2=2-
जद (यू)+शरद यादव+जलेश्वर महतो=4+/3=1.33+
राष्ट्रीय जनता दल
मूलांक:-+ भाग्यांक:-3+ आयु-अंक:- - नामांक:-+
कुल:-4+/4=+
लालू प्रसाद यादव
मूलांक:-3+ भाग्यांक:-9+ आयु-अंक:-2- नामांक:- -
कुल:-9+/4=2.25+
गिरिनाथ सिंह
आयु-अंक:-+ नामांक:-2-
कुल:- -/2=.5-
राजद+लालू प्रसाद यादव+गिरिनाथ सिंह=2.75+/3=.91+
झारखण्ड विकास मोर्चा (प्रजातान्त्रिक)
मूलांक:-3+ भाग्यांक:-+ आयु-अंक:- - नामांक:-9+
कुल:-12+/4=3+
बाबूलाल मरांडी
मूलांक:-3+ भाग्यांक:-0 आयु-अंक:-+ नामांक:- -
कुल:-3+/4=.75+
झाविमो (प्र)+बाबूलाल मरांडी=3.75/2=1.87+
झारखण्ड मुक्ति मोर्चा
आयु-अंक:- - नामांक:-3+
कुल:-2+/2=+
शिबू सोरेन
मूलांक:-3+ भाग्यांक:-9+ आयु-अंक:-4+ नामांक:-9+
कुल:-25+/4=6.25+
झामुमो+शिबू सोरेन=7.25+/2=3.62+
द्वितीय चक्र
भाजपा+आजसू=7.12+
कांग्रेस+जद(यू)+राजद=4.9+
झामुमो=3.62+
झाविमो (प्र)=1.87+
कुल=17.51
तृतीय चक्र
कुल
सीटें=81
भाजपा+आजसू=7.12+/17.51=40.66#81=32.93=33
सीटें/कम-ज़्यादा 6;
कांग्रेस+जद(यू)+राजद=4.9+/17.51=27.28#81=22.09=22
सीटें/कम-ज़्यादा 4;
झामुमो=3.62+/17.51=20.67#81=16.74=17
सीटें/कम-ज़्यादा 3;
झाविमो (प्र)=1.87+/17.51=10.67#81=08.64=09
सीटें/कम-ज़्यादा 2;
यहाँ विशेष ध्यान दिए जाने योग्य बात
यह है कि कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष सुखदेव भगत, जद (यू) के प्रदेशाध्यक्ष जलेश्वर
महतो और राजद के प्रदेशाध्यक्ष गिरिनाथ सिंह का पूर्ण जन्म-विवरण उपलब्ध नहीं है|
अतः यू पी ए की सीटों के मामले में कुछ और अंतर आ सकता है| इसी प्रकार झारखण्ड
मुक्ति मोर्चा के बारे में कहा जाएगा| इसका सिर्फ़ नामांक व आयु-अंक काम लिया गया
है| झाविमो के अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी का मामला भी अलग है| इनकी कई जन्मदिनांक
उपलब्ध हैं| यह कह पाना कठिन है कि कौनसी सही है? इस कारण इनके यहाँ भी सीटों के
मामले में कुछ छूट लेनी पड़ेगी; फिर भी यह छूट इतनी भी नहीं होगी कि सारे समीकरण
बदल जाएँ|
इस विश्लेषण से यह स्पष्ट है कि भाजपा
व आजसू का गठबंधन अकेले अपनी सरकार बनाता नहीं दिख रहा है| बहुमत के जादुई आंकड़े 42 को पाने के लिए इस
गठबंधन को झाविमो (प्र) का सहयोग लेना पड़ सकता है|
हमारी ये सारी गणनाएँ इस पर आधारित हैं कि
हमने भाजपा, आजसू, कांग्रेस, जद (यू), राजद, झाविमो (प्र) व झामुमो को ही मैदान
में माना है| इनके अतिरिक्त अन्य दलों या निर्दलियों को हमने अपनी गणना के दायरे
से बाहर माना है| स्पष्ट है कि उनकी उपस्थिति से सीटों के मामले में कुछ तो अंतर आ
ही जाएगा|
अगली पोस्ट में मिलेंगे जम्मू-कश्मीर
विधानसभा चुनाव की बात लेकर| ......... आज के आनंद की जय| ........... जय श्री
राम|
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